16 दिन बाद भारी वाहनों के लिए खुला गांधी रोड, डीसी की शर्तो के साथ एंट्री

मोगा आखिरकार 16 दिन तक गांधी रोड भारी वाहनों के लिए बंद रखने के बाद डीसी संदीप हंस ने कुछ शर्तो के साथ इसे खोलने को मंजूरी दे दी है। माल से भरे ट्रक यहां पर यदि 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ज्यादा तेज रफ्तार से दौड़ेंगे तो ट्रैफिक पुलिस उनका चालान करेगी। जिस दिन भी स्पेशल गाड़ी लोड होगी उससे एक दिन पहले डीएम एफसीआइ को डीसी एसएसपी व डीपीआरओ आफिस को लिखित में पहले सूचना देनी होगी ताकि ट्रैफिक पुलिस गांधी रोड का ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए वहां तैनात हो सके। डीसी ने यह आदेश जारी करते हुए साफ कहा है कि ट्रैफिक पुलिस इस मामले में किसी प्रकार की लापरवाही करती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Dec 2020 04:51 PM (IST) Updated:Thu, 17 Dec 2020 08:02 AM (IST)
16 दिन बाद भारी वाहनों के लिए खुला गांधी रोड, डीसी की शर्तो के साथ एंट्री
16 दिन बाद भारी वाहनों के लिए खुला गांधी रोड, डीसी की शर्तो के साथ एंट्री

जागरण संवाददाता, मोगा

आखिरकार 16 दिन तक गांधी रोड भारी वाहनों के लिए बंद रखने के बाद डीसी संदीप हंस ने कुछ शर्तो के साथ इसे खोलने को मंजूरी दे दी है। माल से भरे ट्रक यहां पर यदि 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ज्यादा तेज रफ्तार से दौड़ेंगे, तो ट्रैफिक पुलिस उनका चालान करेगी। जिस दिन भी स्पेशल गाड़ी लोड होगी, उससे एक दिन पहले डीएम एफसीआइ को डीसी, एसएसपी व डीपीआरओ आफिस को लिखित में पहले सूचना देनी होगी, ताकि ट्रैफिक पुलिस गांधी रोड का ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए वहां तैनात हो सके। डीसी ने यह आदेश जारी करते हुए साफ कहा है कि ट्रैफिक पुलिस इस मामले में किसी प्रकार की लापरवाही करती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

गौरतलब है कि स्पेशल ट्रेन लगने पर गांधी रोड फाटक पर तेज गति से दौड़ते हुए ट्रक के कारण 27 नवंबर को अध्यापिका गरिमा अग्रवाल की मौत हो गई थी। इससे आक्रोशित लोगों ने 29 नवंबर को गांधी रोज जाम कर दिया था। उसी दिन डीसी संदीप हंस ने भारी वाहनों के लिए गांधी रोड सुबह आठ बजे से रात नौ बजे तक के लिए बंद कर दिया था, साथ ही ट्रैफिक पुलिस के नाके लगवा दिए थे।

16 दिन बाद अब डीसी संदीप हंस ने गांधी रोड शर्तो के साथ खोलने का आदेश दिया है, क्योंकि एफसीआइ की लोडिग-अनलोडिग के कारण गांधी रोड पर माल गोदाम डगरू फाटक तक शिफ्ट होने तक उक्त रोक लगा पाना ज्यादा संभव नहीं था। डीसी ने अपने आदेश में इसका हवाला भी दिया है।

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तीन स्थानों पर बनेंगी चेतावनी पट्टियां

डीसी संदीप हंस ने ट्रैफिक पुलिस को निर्देश दिए हैं कि वह गांधी रोड पर भारी वाहनों की आवाजाही के समय हादसों को रोकने के लिए एसडी स्कूल से पहले, श्मशानघाट स्वर्गाश्रम से पहले व रेलवे लाइन से पहले चेतावनी पट्टियां बनाए। ये चेतावनी पट्टियां वाहन चालकों को सचेत करेंगी। -------------

टै्रफिक होगा डायवर्ट

स्पेशल ट्रेन आने पर ट्रैफिक पुलिस ट्रैफिक का प्रबंध सुनिश्चित करेगी। इस दिन ट्रैफिक पुलिस फ्रैंडस कालोनी तथा मेखां वाली गली से गांधी रोड पर निकलने वाले ट्रैफिक को डायवर्ट करेगी।

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यह है बड़ी समस्या

ट्रक यूनियन पर हाईकोर्ट द्वारा प्रतिबंध लगाने के बाद पंजाब सरकार भी इस पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा चुकी है। मगर, मोगा में ट्रक यूनियनें आज भी संचालित हैं। इनकी बागडोर प्रभावशाली सत्ताधारी पार्टी के नेताओं के हाथों में होने के कारण प्रशासन पर इन पर कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। यूनियन के जो वाहन चावल व गेहूं की लोडिग-अनलोडिग के लिए प्रयोग हो रहे हैं, वे बेहद खस्ताहाल हैं। मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर भूपिदर सिंह सप्ताह में फरीदकोट से दो दिन मोगा आते हैं, लेकिन कभी भी ट्रकों की पासिग नहीं की जाती है। 25-30 साल पुराने खस्ताहाल ट्रक लोडिग अनलोडिग में लगे हैं।

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डगरू पर शिफ्टिंग होना ही स्थायी समाधान

गांधी रोड फाटक घनी आबादी के बीच में आने के कारण इसका स्थायी समाधान लोडिग-अनलोडिग का काम डगरू फाटक पर शिफ्ट होकर ही होगा। स्टेशन साल 1906 में जब बना था, तब आबादी 20-25 हजार थी। मगर, अब आबादी दो लाख से ज्यादा है। ऐसे में स्थानीय रेलवे अधिकारियों की अनदेखी के कारण बढ़ती आबादी के बावजूद रेलवे ने बदलाव नहीं किया। जिस कारण गांधी रोड फाटक शहर के लिए गंभीर समस्या बन गया।

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लोडिंग हो गई थी धीमी

एफसीआइ भारी वाहनों पर रोक लगने से पहले प्रतिदिन दो रैक की लोडिग करा रहा था, अब एक रैक की ही लोडिग हो पा रही है। जिससे चावल व गेहूं से भरे एफसीआइ व सेंट्रल वेयर हाउस का माल दूसरे राज्यों में शिफ्ट होने की गति धीमी पड़ गई थी। जिसका सीधा असर धान की मिलिग के बाद चावल की स्टोरेज पर पड़ना था। पिछले साल भी स्टोरेज के लिए स्पेस की कमी के कारण चावल मिलिग का सीजन काफी लंबा चला था। मिलर्स को इस समस्या के चलते कई करोड़ का नुकसान हुआ था।

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