सावन के पहले सोमवार को शिवमय हुआ शहर

पंजाब की मान्यता के अनुसार सावन के पहले सोमवार पर शहर भर में शिव मंदिरों में जलाभिषेक के लिए भक्तों का तांता लगा रहा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 23 Jul 2019 12:25 AM (IST) Updated:Tue, 23 Jul 2019 06:28 AM (IST)
सावन के पहले सोमवार को शिवमय हुआ शहर
सावन के पहले सोमवार को शिवमय हुआ शहर

जागरण संवाददाता, मोगा : पंजाब की मान्यता के अनुसार सावन के पहले सोमवार पर शहर भर में शिव मंदिरों में जलाभिषेक के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। शहर के प्राचीन मेन बाजार स्थित शिवाला मंदिर, प्रताप रोड स्थित श्री सनातन धम हरि पाठशाला मंदिर में इस मौके पर शिव कथा सप्ताह का शुभारंभ किया गया है। शहर में सुबह लगभग पांच बजे से ही शिवाला मंदिर, गीता भवन, पाठशाला मंदिर, दत्त रोड स्थित राधा बल्लभ मंदिर, भारत माता मंदिर, चौक शेखां स्थित श्री कृष्णा मंदिर, दशमेश नगर स्थित अंतेश्वर महादेव मंदिर, गोपाल गौशाला स्थित शिव मंदिर आदि में जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया था। पूरा माहौल बम-बम भोले व भगवान शिव के जयकारों से गूंजता रहा, इस मौके पर श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक के साथ बेलपत्र आदि से भगवान शिव का पूजन किया। पाठशाला मंदिर के पं. पवन गौतम ने बताया कि सावन के महीने का आध्यात्मिक एवं वैज्ञानिक महत्व है। सावन के महीने में देश के सभी 12 ज्योतिर्लिंग से नकारात्मक किरणें निकलती हैं, उसका दुष्प्रभाव लोगों पर न पड़े इसके लिए शिव पूजन का विधान है, इससे नकारात्मक किरणों का असर खत्म होता है। ये माह नवविवाहिताओं को खुशियां देने वाला है। सदियों पुरानी परंपरा रही है इस महीने नवविवाहिताएं मायके जाती हैं, झूले पड़ते हैं, सावन के गीतों से पूरा माहौल झूमता नजर आता है, हर तरफ एक उत्सव का माहौल होता है। हालांकि अब ये पंरपंरा कम होती जा रही है, लेकिन सावन का उत्साह आज भी कायम है।

गीता भवन के स्वामी सहज प्रकाश बताया कि सावन भगवान शिव का अति प्रिय मास है। भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए पावन शिवलिग का जलाभिषेक करते हैं, इस मौके पर शिवलिग पर दूध, दही, गंगाजल से अभिषेक करके सोमवार के व्रत की कथा करते हैं। गीता भवन मंदिर के पुजारी नन्द किशोर ने बताया कि सावन के महीने में रखे गए सोमवार के व्रत वर्ष भर के व्रतों का फल प्रदान करते हैं।

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