जैविक खाद का प्रयोग करें किसान : डॉ. कुलविंदर

जागरण संवाददाता, मोगा : किसानों को चाहिए कि वह अपनी आय बढ़ाने के साथ-साथ खेतों में जैविक खाद का प्रय

By JagranEdited By: Publish:Fri, 28 Apr 2017 05:27 PM (IST) Updated:Fri, 28 Apr 2017 05:27 PM (IST)
जैविक खाद का प्रयोग करें किसान : डॉ. कुलविंदर
जैविक खाद का प्रयोग करें किसान : डॉ. कुलविंदर

जागरण संवाददाता, मोगा : किसानों को चाहिए कि वह अपनी आय बढ़ाने के साथ-साथ खेतों में जैविक खाद का प्रयोग करें। जिला कृषि अधिकारी डॉ. कुलविंदर ¨सह ने कहा कि रासायनिक खादों की बजाय यदि किसान अपने खेतों में मूंगी की खेती को अपनाए तो उसे भरपूर फायदा हो सकता है। किसानों की तारीफ करते हुए जिला कृषि अधिकारी ने कहा कि इस साल किसानों ने अपने खेतों में नाड़ को आग न लगाकर मिसाल कायम की है। किसानों की इस समझदारी से इस साल पर्यावरण को भरपूर फायदा मिला है। डॉ. सुखराज कौर ने कहा कि गेहूं की कटाई के बाद से खेत पूरी तरह खाली हो चुके हैं। नाड़ से भूसा बनाने का काम लगभग अंतिम दौर में है और कई किसानों ने अपने खेतों में हल चलाना भी शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से गांव-गांव जाकर हरेक खेत से मिट्टी के सैंपल लिए जा रहे हैं। किसानों को चाहिए कि वे कृषि विभाग को इस काम के लिए सहयोग करें और मिट्टी की टे¨स्टग रिपोर्ट के आधार पर ही खेत में खाद का इस्तेमाल करें। इस समय मूंगी और बरसीम पर कीडे़-मकौड़ों का हमला देखने को मिला है। इससे बचने के लिए किसान अपनी फसल पर कोराजन या सेवन नामक दवाओं का छिड़काव कर सकते हैं।

बागवानी अधिकारी डॉ. मलकीत ¨सह ने कहा कि किसान इस समय ¨भडी, नींबू, मिर्च और लॉकी पर कीड़े की मार को झेल रहे हैं। किसान इन फसलों को कीड़ों से बचाने के लिए रोगर, पैनवलरेट, मैलाथीन, कैराथीन या इंडोफैल एण-45 दवाई का छिड़काव कर सकते हैं। विभागीय अधिकारियों ने संयुक्त रूप से कहा कि किसी भी किसान को किसी फसल के बारे में कोई परेशान आ रही है तो वह उक्त अधिकारियों से किसी भी कामकाजी दन मिलकर अपनी समस्या का समाधान पा सकते हैं।

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