आंदोलन के नाम पर पंजाब के किसान नेता के खाते में आए 14 लाख, बैंक ने मांगे दस्तावेज

Farmers Protest पंजाब के मोगा में एक किसान नेता के निजी बैंक खाते में किसान आंदोलन के नाम पर 14 लाख की बड़ी रकम जमा हुई। इसके बाद बैंक ने किसान नेता से इस संबंध में दस्‍तावेज मांगा है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Tue, 22 Dec 2020 08:18 AM (IST) Updated:Tue, 22 Dec 2020 08:18 AM (IST)
आंदोलन के नाम पर पंजाब के किसान नेता के खाते में आए 14 लाख, बैंक ने मांगे दस्तावेज
किसान आंदोलन के नाम पर मोगा के किसान नेता के खाते में 14 लाख रुपये जमा हुए हैं। (फाइल फोटो)

मोगा, [सत्‍येन ओझा] । इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट लिखकर किसान आंदोलन के लिए चंदा मांगने के बाद विदेश से आए चंदे को लेकर किसान नेता अब घिरते जा रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन उगराहां के महासचिव सुखदेव ¨सह कोकरीकलां के निजी बैंक खाते में देश-विदेश से करीब 14 लाख रुपये आए हैं। इसके बाद बैंक ने उनसे इस रकम के बारे में दस्‍तावेज देने को कहा हैद्य

भकियू उगराहां के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरीकलां का पंजाब एंड सिंध बैंक में है निजी खाता

विदेश मंत्रालय की ओर 18 दिसंबर को पत्र मिलने के बाद पंजाब एंड ¨सध बैंक की कोकरीकलां शाखा के प्रबंधक ने सुखदेव सिंह से एफसीआरए (फोरन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट) के तहत विदेश से आ रहे चंदे, उसके उद्देश्य और खाते की रजिस्ट्रेशन से संबंधित दस्तावेज मांगे हैं। एफसीआरए एक्ट वर्ष 2010 में बना था।

बैंक ने किसान नेता से बैंक खाते की रजिस्ट्रेशन और चंदे से संबंधित दस्तावेज मांगे

विदेश से किसी भी संगठन को अगर चंदा आता है तो उसका इस एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन होना जरूरी होता है। उसे इस संबंध में दस्तावेज बैंक में जमा करवाने होते हैं। दस्तावेज जमा होने के बाद ही वह इस राशि का उपयोग कर सकता है। अगर दस्तावेज जमा नहीं करवाए जाते हैं तो पैसा जिन्होंने भेजा है उन्हें वापस भेज दिया जाता है।

किसान नेता सुखदेव सिंह का कहना है कि किसान आंदोलन के लिए उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट लिखकर मदद मांगी थी। इसमें उन्होंने पैसे भेजने के लिए पंजाब एंड ¨सध बैंक की कोकरीकलां शाखा के अपने निजी बैंक खाते का नंबर दिया था। पोस्ट वायरल होने के बाद पंजाब के आढ़तियों से लेकर देश-विदेश से कई लोगों ने पैसा भेजना शुरू किया।

अब तक करीब 14 लाख रुपये खाते में आ चुके हैं। किस देश से किसने कितने पैसे भेजे हैं, यह जानकारी उन्हें नहीं है। उन्होंने बताया कि बैंक से अब तक वह यह पैसा निकाल नहीं पाए हैं। इस मामले में वकीलों से राय ली जा रही है।

सभी के लिए है यह नियम : प्रबंधक

बैंक के शाखा प्रबंधक रंजीत कुमार का कहना है कि किसान नेता से दस्तावेज मांगे गए हैं। यह नया नियम नहीं है। सभी पर यह लागू होता है। विदेश से कितना पैसा आया है, इसे उन्होंने गोपनीय मामला बताया है।

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