सेशन के साथ किताबों के नाम पर लूट भी शुरू

अभिभावक तथा बच्चे लंबे समय तक चिलचिलाती धूप में एक ही कतार खड़े होकर किताबें खरीदने को मजबूर हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 10:00 PM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 10:00 PM (IST)
सेशन के साथ किताबों के नाम पर लूट भी शुरू
सेशन के साथ किताबों के नाम पर लूट भी शुरू

जीवन जिदल, रामपुरा फूल

केंद्र तथा राज्य सरकार द्वारा लोगों को कोरोना संकट से बचाने हेतु गाइडलाइंस जारी कर उन्हें शारीरिक दूरी बनाए रखने तथा एक जगह पर ज्यादा लोगों के जमा न होने हेतु अपील की जा रही है। किन्तु दूसरी और स्थानीय शहर के एक नामी स्कूल के विद्यार्थियों तथा उनके अभिभावकों को नए शैक्षणिक सत्र की किताबें खरीदने हेतु उक्त गाइडलाइंस का उल्लंघन करने हेतु मजबूर होना पड़ रहा है। हालत यह है कि अभिभावक तथा बच्चे लंबे समय तक चिलचिलाती धूप में एक ही कतार खड़े होकर किताबें खरीदने को मजबूर हैं।

दरअसल सभी स्कूलों में नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो गया है। 30 तक स्कूल बंद करने के आदेश के बाद ज्यादातर स्कूलों ने आनलाइन कक्षाएं शुरू कर दी हैं, जिस कारण अभिभावकों को बच्चों के लिए किताबें खरीदने को कहा गया है। सरकारी आदेश के बावजूद निजी स्कूलों द्वारा निर्धारित दुकानदार से ही किताबें खरीदने को कहा जा रहा है। स्थानीय बाईपास रोड पर स्थित एक स्कूल की किताबें कुछ दिन पहले खोली गई एकमात्र दुकान से ही मिल रही हैं, जिस कारण पूरा दिन दुकान पर भीड़ जमा रहती है। अभिभावक वहां भीड़ जुटाकर खड़े रहते हैं, जहां शारीरिक दूरी के नियम का पालन नहीं हो रहा। किताबें खरीदने पहुंचे अभिभावकों ने कहा कि दुकानदार द्वारा न तो सेनिटाइजर रखा गया है तथा न ही पेयजल अथवा बैठने के लिए कोई प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जारी निर्देशों के बावजूद स्कूल प्रबंधन द्वारा एनसीईआरटी की बडाए निजी प्रकाशन की पुस्तकें लगाई गई हैं। पुस्तक विक्रेता पर दु‌र्व्यवहार के आरोप लगा सड़क की जाम निजी स्कूल के विद्यार्थियों की किताबें बेचने वाले दुकानदार पर दु‌र्व्यवहार का आरोप लगाते हुए अभिभावकों ने स्थानीय बाईपास रोड पर जाम लगा दिया। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि उक्त स्कूल की किताबें हर वर्ष की तरह कुछ दिन पहले खोली गई एकमात्र दुकान से मिल रही हैं। दुकानदार ने एक ही कैश काउंटर बनाया है। उन्हें धूप में खड़े होना पड़ता है। दुकानदार कुछ किताबें देने के बजाय पूरा सेट खरीदने को कहता है। मना करने पर उनके साथ दु‌र्व्यवहार भी किया जा रहा है। इसी कारण उन्होंने धरना लगाया।

दूसरी और दुकानदार ने उक्त आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि किताबें खरीदने आए व्यक्ति तथा काउंटर पर बैठे कर्मचारी के बीच किसी बात को लेकर गलतफहमी हो गई थी। इसी कारण यह विवाद हो गया। इस संबंधी एसडीएम फूल नवदीप गर्ग से बात करने पर उन्होंने कहा कि मामले की जांच करवाई जाएगी।

chat bot
आपका साथी