किसानों ने खेतों को आग लगाने से की तौबा

विनोद जैन, सरदूलगढ़ : अब किसान अपने खेत में आग लगाने के बाद किसी किस्म का झूठ नहीं बोल पाएंगे। सरकार

By JagranEdited By: Publish:Sat, 29 Apr 2017 07:21 PM (IST) Updated:Sat, 29 Apr 2017 07:21 PM (IST)
किसानों ने खेतों को आग लगाने से की तौबा
किसानों ने खेतों को आग लगाने से की तौबा

विनोद जैन, सरदूलगढ़ : अब किसान अपने खेत में आग लगाने के बाद किसी किस्म का झूठ नहीं बोल पाएंगे। सरकार उक्त किसानों पर सैटेलाइट के जरिये नजर रखेगी तथा प्रति एकड़ एक हजार रुपए जुर्माना वसूल करेंगी। सरकार की ओर से उक्त विभाग की विशेष टीमें बनाई जाएगी जिसमें तहसीलदार स्तर के अधिकारी लगातार सक्रिय रहेगें तथा सैटेलाइट उन्हें जानकारियां देता रहेगा। जिसके नतीजे के तौर पर कहीं भी आग नहीं दिखाई दी तथा किसानों ने

गेहूं के खेतों को आग न लगाए जाने की सरकारी अपीलों की काफी बड़े स्तर पर पालना की गई। पिछले साल के मुकाबले कहीं भी गेहं के नाड़ को लगाई आग नहीं लगाई। किसानों में यह जागरूकता नई सरकार की अपीलों और प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की तरफ से आग लगाने वाले किसानों खिलाफ कानूनी कार्यवाही के डर ने पैदा की।

उल्लेखनीय है सरकारी आदेशों पर पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने स्थानीय प्रशासन और कृषि विभाग के सहयोग के साथ एक जागरूकता मुहिम चला कर गांवों में किसानों को गेहूं की नाड़ को न जलाने संबंधी जागरूक किया। जो किसान खेत को आग लगाएगा उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी और जुर्माना भी किया जायेगा। किसान भी खेतों को आग वाली घटना के रुकने से काफी खुश है, मगर उन्हें गेहूं के सूखे खेत वाह दिए जाने पर खर्चा का दुख है। इस बारे में किसान नेता बाबू ¨सह ¨धगड़ और हरदेव ¨सह कोट धरमू ने मांग की कि खेतों की आग को रोकने के लिए सरकार भी मदद करे। उन्होंने ने कहा जो किसान पराली को खेत की मिट्टी मिक्स करने वाले यंत्र खरीदने के योग्य नहीं है उनको वह यंत्र कम किराये पर मुहैया करवाए जाएं जिससे गरीब किसान भी अपने खेत रोटावेटर आदि के साथ वाह सकें।

इस अवसर पर कृषि अफसर हरविन्दर ¨सह सिद्धू ने बताया सरकारी अपील से इस बार खेतों में आग लगने की घटना में काफी सुधार आया है।

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