कृषि कार्यो में महिलाओं की सुरक्षा भी अहम : डॉ. गीते

पंजाब कृषि विश्वविद्यालय में फार्म मशीनरी और पावर इंजीनिय¨रग विभाग की ओर से इरोगनोमिक्स सेफ्टी इन एग्रीकल्चरल विषय पर वार्षिक वर्कशाप आयोजित की गई। पीएयू के वाइस चांसलर डॉ. बलदेव सिंह ढिल्लों मुख्य मेहमान और डॉ. एनपी गीते, पीएयू के निर्देशक खोज डॉ. नवतेज सिंह बैंस विशेष अतिथि शामिल हुए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Nov 2018 07:02 PM (IST) Updated:Tue, 27 Nov 2018 07:02 PM (IST)
कृषि कार्यो में महिलाओं की सुरक्षा भी अहम : डॉ. गीते
कृषि कार्यो में महिलाओं की सुरक्षा भी अहम : डॉ. गीते

जागरण संवाददाता, लुधियाना : पंजाब कृषि विश्वविद्यालय में फार्म मशीनरी और पावर इंजीनिय¨रग विभाग की ओर से इरोगनोमिक्स सेफ्टी इन एग्रीकल्चरल विषय पर वार्षिक वर्कशाप आयोजित की गई। पीएयू के वाइस चांसलर डॉ. बलदेव सिंह ढिल्लों मुख्य मेहमान और डॉ. एनपी गीते, पीएयू के निर्देशक खोज डॉ. नवतेज सिंह बैंस विशेष अतिथि शामिल हुए। डॉ. एलपी गीते ने कहा कि मनुष्य के आस्तित्व और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को कृषि क्षेत्र में चिंता कहा। उन्होंने कहा कि दुर्कटना से अच्छा है कि काम करने वालों की सुरक्षा के लिए तकनीकी चेतना का विकास किया जाए। उन्होंने कृषि कामों में विशेष तौर पर महिलाओं की सुरक्षा अहम बताते हुए जिक्र किया। इससे पहले वाइस चांसलर डॉ. ढिल्लों ने पीएयू में इस तरह की वर्कशाप कराने के लिए आयोजकों का धन्यवाद किया। उन्होंने पंजाब को मशीनरी का बड़ा केंद्र रहा और विकसित मशीनरी के लिए मशीनरी विशेषज्ञों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि विकसित देशों के मुकाबले हमारे देश में कृषि कार्यो में महिलाओं की बहुत संख्या है। काम और सुरक्षा का सुमेल बनाने समय की जरूरत है। सिफ्ट के निर्देशक डॉ. आरके सिंह ने कृषि पर 65 फीसद आबादी निर्भरता होने के बावजूद भी बहुत कुछ प्राकृतिक स्त्रोतों पर निर्भर है। डॉ. सिंह ने कहा कि सुरक्षा केवल मशीन से जुड़ा मुद्दा नहीं है बल्कि मुश्किल परिस्थितियों में लाभ हासिल करना भी है। डॉ. नवतेज सिंह ने अवधि, उत्पादन और सुरक्षा को कृषि क्षेत्र के स्तंभ बताया।

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