वातायनासन दूर करे मधुमेह, कमर और घुटनों का दर्द भी हो जाए गायब
मधुमेह हाइपरटेंशन व श्वास संबंधी बीमारियों से जूझ रहे लोगों की सेहत के लिए सबसे अधिक खतरा है।
जासं, लुधियाना : चिकित्सकों के अनुसार मधुमेह, हाइपरटेंशन व श्वास संबंधी बीमारियों से जूझ रहे लोगों की सेहत के लिए सबसे अधिक खतरा है। चिकित्सक इन बीमारियों को नियंत्रण में रखने की सलाह देते हैं। एवरेस्ट योगा इंस्टीट्यूट के निदेशक संजीव त्यागी के अनुसार वातायनासन से मधुमेह की बीमारी दूर होती है। इससे कमर और घुटनों का दर्द भी कम होता है। इस योग आसन से हर्निया, सायटिका और शीघ्रपतन जैसी समस्याएं भी दूर होती हैं। गर्दन और पिडलियां भी इस आसन को करने से पुष्ट हो जाती हैं।
विधि : सबसे पहले जमीन पर योग मैट बिछाएं। अब इस पर सीधे खड़े हो जाएं। दोनों पैरों के घुटनों को आपस में मिला लें। एड़ियां, सिर का पिछला भाग और नितंब सीधा हो। अपनी दाहिनी टांग को घुटने से मोड़ लें और इस टांग के पांव को बाई टांग की जांघ पर रखें। अपनी बाई टांग के घुटने को धीरे-धीरे सामने की तरफ मोड़ लें और दाहिने घुटने को धीरे-धीरे बाएं पैर की एड़ी के पास जमीन से सटा लें। अब बाएं हाथ के नीचे से दाएं हाथ को ले जाते हुए आपस में नमस्कार बना लें। इस आसन को करते समय श्वास को सामान गति में ही लेते रहें। आप इस मुद्रा में जितनी बार रुक सकें, उतना आपके लिए फायदा होगा। ठीक इसी तरह से दूसरे पैर से इस आसन को भी करें। महिलाएं इस आसन को ना करें, यह उनके लिए नुकसानदायक हो सकता है।
मस्तिष्क को शांत और तनाव को कम करता है पिच मयूरासन
कोरोना महामारी के दौरान लोगों में तनाव काफी देखा जा रहा है। चिकित्सकों के पास रोजाना बड़ी संख्या में इससे पीड़ित लोग पहुंच रहे हैं। ऐसे लोगों के लिए पिच मयूरासन बेहद लाभदायक है। योग गुरु संजीव त्यागी के अनुसार यह आसन पीठ, कंधों और बाजुओं को मजबूत बनाता है। यह गर्दन, कंधे, छाती और पेट को खिचाव देता है। यह संतुलन और एकाग्रता में सुधार करता है। मस्तिष्क शांत होता है और तनाव व हल्के अवसाद कम हो जाते हैं। रक्त के संचार को दिमाग तक लाता है। माइग्रेन की समस्या भी दूर होती है।