मक्की, आलू व गन्ने की वेस्ट से बने लिफाफे करें इस्तेमाल

पंजाब सरकार अब पॉलीथिन की जगह इको फ्रेंडली लिफाफों को प्रमोट करने जा रही है। यह इको फ्रेंडली लिफाफे मक्की, आलू व गन्ने की वेस्ट से तैयार किए जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 May 2018 04:33 PM (IST) Updated:Wed, 23 May 2018 05:10 PM (IST)
मक्की, आलू व गन्ने की वेस्ट से बने लिफाफे करें इस्तेमाल
मक्की, आलू व गन्ने की वेस्ट से बने लिफाफे करें इस्तेमाल

जागरण संवाददाता, लुधियाना : पॉलीथिन पर्यावरण के लिए एक बड़ा खतरा बन चुका है। सड़क हो या खेत हर तरफ पॉलीथिन ही बिखरे रहते हैं। यही पॉलीथिन जहां सेहत के लिए खतरनाक हैं वहीं नगर निगम के लिए भी बड़ी परेशानी का सबब बने हुए हैं। इनकी वजह से एक तो वेस्ट मैनेजमेंट में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है वहीं दूसरी तरफ सीवरेज सिस्टम भी ब्लॉक हो जाता है। पंजाब सरकार अब पॉलीथिन की जगह इको फ्रेंडली लिफाफों को प्रमोट करने जा रही है। यह इको फ्रेंडली लिफाफे मक्की, आलू व गन्ने की वेस्ट से तैयार किए जा रहे हैं। मंगलवार को पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सांसद रवनीत सिंह बिट्टू व निगम अधिकारियों से यह बॉयोडिग्रेडेबल लिफाफे लांच करवाए। वहीं पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने निगम कमिश्नर व मेयर से अपील की है कि प्लास्टिक लिफाफों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

लुधियाना में हाल में रोजना 130 टन और राज्य में 225 टन लिफाफों की खपत है। जो कि सीधे तौर पर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। राज्य में अब धीरे-धीरे लोग प्लास्टिक लिफाफों को छोड़कर बॉयोडिग्रेडेबल लिफाफों का प्रयोग करने लगे हैं। पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चीफ इंजीनियर प्रदीप गुप्ता ने बताया कि मक्की, आलू व गन्ने की वेस्ट से बने लिफाफे इको फ्रेंडली हैं। जो कि सेहत के लिहाज से ठीक हैं। उन्होंने बताया कि पंजाब में अब 10 से 12 फीसद बॉयोडिग्रेडेबल लिफाफे प्रयोग होने लगे हैं। धीरे धीरे लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जाएगा। पॉलीथिन के मुकाबले महंगे जरूर पर फायदे ज्यादा

प्लास्टिक मेन्युफैक्चरर्स एंड ट्रेडर एसोसिएशन पंजाब के प्रधान गुरदीप सिंह बत्रा का कहना है कि बायोडिग्रेडेबल लिफाफे प्लास्टिक लिफाफों के मुकाबले महंगे जरूर हैं, लेकिन इसके कई फायदे हैं। उन्होंने बताया कि प्लास्टिक का जो लिफाफा 1 रुपये में पड़ता है वहीं बायोडिग्रेडेबल लिफाफे की कीमत 1.75 रुपये हो जाती है। उन्होंने कहा कि यह लिफाफा लगभग 75 फीसद महंगा है। लेकिन लोगों के स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक होगा। पंजाब में हैं इस उद्योग के लिए अपार संभावनाएं

पंजाब एग्रीकल्चरल स्टेट है। ऐसे में राज्य में वेस्ट काफी निकलता है। जिसकी वजह से उद्योगों को रामटीरियल भी असानी से मिल जाएगा। प्लास्टिक लिफाफों के कारोबार से जुड़े उद्यमी अब राज्य में इसकी मांग पर नजर बनाए हुए हैं। जैसे ही डिमांड निकलेगी उसके हिसाब से वह अपनी मशीनरी अपग्रेड करने को तैयार हैं। पॉलीथिन बैग पर होगी सख्त कार्रवाई

नगर निगम कमिश्नर जसकिरन सिंह ने कहा कि नगर निगम की तरफ से पॉलीथिन लिफाफों का कारोबार करने वाले निर्माताओं के लगातार चालान जारी किये जा रहे हैं। मेयर बलकार सिंह संधू ने कहा कि शहर में इको फ्रेंडली लिफाफों को प्रयोग में लाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। इसके संबंध में निगम भी लोगों को जागरूक करेगा।

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