भक्ति से होता है क्रोध रुपी राक्षसवृत्ति का नाश: मुकेशानंद गिरी

श्री प्रेम धाम में साप्ताहिक सत्संग सभा में आध्यात्मिकता के ज्ञान के साथ-साथ देश भक्ति के रंग बिखरे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Jan 2020 07:00 AM (IST) Updated:Tue, 28 Jan 2020 07:00 AM (IST)
भक्ति से होता है क्रोध रुपी राक्षसवृत्ति का नाश: मुकेशानंद गिरी
भक्ति से होता है क्रोध रुपी राक्षसवृत्ति का नाश: मुकेशानंद गिरी

जासं, लुधियाना : श्री प्रेम धाम में आयोजित साप्ताहिक सत्संग सभा में आध्यात्मिकता के ज्ञान के साथ-साथ देश भक्ति के रंग बिखरे। गणेश वंदना के उपरांत महामंडलेश्वर मुकेशानंद गिरी महाराज ने गणतंत्र दिवस के महत्व से अवगत करवाते हुए स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित देशभक्ति के गीतों के माध्यम से नमन किया। प्रभु भक्ति व राष्ट्र भक्ति पर व्याख्यान करते हुए उन्होंने कहा कि प्रभु नाम की भक्ति से मानव के मन के भीतर बसे क्रोध रुपी राक्षसवृत्ति का नाश हो जाता है। जहां ज्ञान का प्रकाश होता है, उस स्थान पर भगवान का वास होता है।

ज्ञान की पूंजी अगर हमारे पास हो तो अंधकार अपने आप दूर भाग जाता है। इंसान की जीवन को अज्ञानता के अंधेरे से निकालने के लिए आलौकिक ज्ञान महापुरुषों की संगत व सत्संग से ही प्राप्त किया जा सकता है। सच्चे गुरु से मिले ज्ञान से ही भगवान के दर्शन होते हैं। उनके दर्शनमात्र से ही इंसान भव से पार होकर बंधनों से मुक्त होता है। श्री हनुमान चालीसा के पाठ के साथ सत्संग को विश्राम दिया गया। आरती के उपरांत दिव्य प्रसाद व चरणामृत ग्रहण कर भक्तों ने खुद को धन्य किया।

इस अवसर पर गोपाल दास, दीपक मनचंदा, सुदेश गोयल,  रवि गोयल, पंडित सोहन लाल,  विनोद गोयल, प्रेम सिगला, सुमित गोयल, रोबिन मित्तल, यदु सिगला, गौरव बंसल,ललित गोयल, इन्दरपुल सिंह अरोड़ा, मनोज शर्मा, रूबी ठाकुर, मंजीत, महिदर, राम सरूप, गौरव,  अमन सिंह, राजीव शर्मा,महेश सिगला, अमित  शर्मा, समीर अबरोल, लखवीर सिंह, राजिदर सिंह, राजिदर पॉल शर्मा ,बेअंत सिंह, विशाल वर्मा, दिनेश अरोड़ा, आनंद  गोयल, अनिल मल्होत्रा, हनी गर्ग, महेश सिगला, सतनाम सिंह, गौरव गुप्ता, जसबीर भल्ला, अंकित गुप्ता, बृजेश कश्यप, हरजिदर सिंह, प्रदीप कुमार भी उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी