किताबों को दोस्त बनाएं विद्यार्थी

एचआरडी मिनिस्टर डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) स्कूलों को गाइडलाइन जारी की।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 May 2020 04:00 AM (IST) Updated:Wed, 27 May 2020 04:00 AM (IST)
किताबों को दोस्त बनाएं विद्यार्थी
किताबों को दोस्त बनाएं विद्यार्थी

राधिका कपूर, लुधियाना

एचआरडी मिनिस्टर डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) स्कूलों को गाइडलाइन जारी की। इसमें माई बुक माई फ्रेंड मुहिम की शुरुआत करने के लिए कहा है। सीबीएसई ने भी गाइडलाइन को फॉलो करते हुए स्कूलों को उक्त मुहिम शुरू करने की बात कह दी है। गाइडलाइन में कहा है कि किताबों की ओर विद्यार्थियों की रूचि बढ़ाने के लिए हर साल 23 अप्रैल को व‌र्ल्ड बुक डे मनाया जाता है। इसी तर्ज पर माई बुक माई फ्रेंड के तहत किताबों को अपना दोस्त बनाएं। क्योंकि लॉकडाउन चल रहा है, विद्यार्थी न तो कहीं आ-जा सकते है न ही दोस्तों को मिल सकते हैं तो किताबें विद्यार्थियों का सबसे बेहतर दोस्त बन सकती हैं। घरों में जो भी किताबें उपलब्ध हैं या फिर ई-बुक्स से वह जो भी किताबें डाउनलोड कर सकते हैं, उसे पढ़ने की आदत बनाएं। स्कूलों को यह भी कहा कि यदि लाइब्रेरी में भी रीडिग स्किल्स बढ़ाने वाली किताबें मौजूद हैं तो विद्यार्थियों के साथ जरूर शेयर करे।

विद्यार्थियो की बढे़गी वोकैबलरी

गुरु नानक इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल मॉडल टाउन की प्रिंसिपल गुरमंत कौर गिल की मानें तो इन दिनों विद्यार्थी घरों में हैं, कहीं आ जा नहीं सकते। यदि विद्यार्थी किताबों को दोस्त बनाएं तो उनका समय अच्छे से निकल सकता है। किताबें पढ़ने से जहां विद्यार्थियों की वोकैबलरी बढ़ेगी, वहीं क्रिएटिव थिकिग में भी इजाफा होगा।

मुहिम शुरू करना सराहनीय प्रयास

बीसीएम स्कूल बसंत एवन्यू की प्रिसिपल डॉ. वंदना शाही ने कहा कि लॉकडाउन में माई बुक माई फ्रेंड मुहिम को विद्यार्थियों के लिए शुरू करना अच्छा प्रयास है। इससें विद्यार्थियों की कल्पना, लैंगवेज स्किल्स मेंबढ़ावा होगा। विद्यार्थी बोरियत भी महसूस नहीं कर सकेंगे।

chat bot
आपका साथी