सिगल यूज प्लास्टिक बैन एक साल टाला जाए: व्यापार मंडल

पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल लुधियाना यूनिट की बैठक मंगलवार को माता रानी चौक में राज्य महासचिव सुनील मेहरा सचिव सुरिदर अग्रवाल व उमेश सोनी की अध्यक्षता में हुई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 05 Jul 2022 08:26 PM (IST) Updated:Tue, 05 Jul 2022 08:26 PM (IST)
सिगल यूज प्लास्टिक बैन एक साल टाला जाए: व्यापार मंडल
सिगल यूज प्लास्टिक बैन एक साल टाला जाए: व्यापार मंडल

जासं, लुधियाना। पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल लुधियाना यूनिट की बैठक मंगलवार को माता रानी चौक में राज्य महासचिव सुनील मेहरा, सचिव सुरिदर अग्रवाल व उमेश सोनी की अध्यक्षता में हुई। इस दौरान प्रेसवार्ता में राज्य महासचिव सुनील मेहरा ने सिंगल यूज प्लास्टिक पर एक जुलाई से लग चुके बैन को एक साल तक टालने की मांग की। इसके लिए मंडल ने पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को एक पत्र लिख केंद्र से इस संबंध में एक समिति बनाने का भी आग्रह किया है, जो सिगल यूज प्लास्टिक का विकल्प ढूंढने का प्रयास करें। इसमें कोई संदेह नहीं है कि पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के लिए सुधारात्मक कदम उठाए जाने चाहिए। हालांकि, किसी भी वस्तु पर प्रतिबंध से पहले उसका विकल्प ढूंढना भी बेहद जरूरी है। सचिव सुरिदर अग्रवाल ने कहा कि सिगल यूज प्लास्टिक निर्माण इंडस्ट्री वार्षिक आधार पर 60,000 करोड़ रुपये की है और इससे लाखों लोगों को रोजगार मिलता है। बगैर किसी विकल्प के इसे बंद कर देने से खुदरा व्यापार क्षेत्र में भारी नुकसान होगा। इस प्रतिबंध का सीधा असर व्यापारियों पर होगा। क्योंकि, सिगल यूज प्लास्टिक का अधिकांश हिस्सा बड़ी मेन्युफैक्चरिग फर्मो की पैकेजिग इकाइयों में अपने प्रोडक्ट को पैक करने के लिए इस्तेमाल होता है।

गौरतलब है कि इस तरह के बैन से सारा दबाव छोटे व्यापारियों पर आ जाएगा जो अपने ग्राहकों को पालीबैग नहीं दे पाएंगे। इससे उनके कारोबार पर असर पड़ सकता है। उमेश सोनी ने कहा कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 88,000 इकाइयां सिगल यूज प्लास्टिक के निर्माण में लगी हैं। इनमें करीब 10 लाख लोग कार्यरत हैं। वहीं एक झटके में ये इकाइयां बंद हो जाएंगी और इनके कर्मचारी पर सीधी गाज गिरेगी। इसके अलावा यह इकाइयां करीब 25,000 करोड़ का माल एक्सपोर्ट करती हैं। इस बैन से राजस्व वाले पहलू पर भी तगड़ी चोट लगेगी।

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