शाही इमाम मौलाना हबीब बोले, धर्म के आधार पर किसी को भी नागरिकता देना सही नहीं Ludhiana News

पंजाबके शाही इमाम ने नागरिकता बिल को लेकर कहा कि धर्म के आधार पर किसी को भारतीय नागरिकता देना किसी भी तरह से उचित नहीं है यह सरासर देश के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है।

By Sat PaulEdited By: Publish:Fri, 06 Dec 2019 04:26 PM (IST) Updated:Sat, 07 Dec 2019 09:04 AM (IST)
शाही इमाम मौलाना हबीब बोले, धर्म के आधार पर  किसी को भी नागरिकता देना सही नहीं Ludhiana News
शाही इमाम मौलाना हबीब बोले, धर्म के आधार पर किसी को भी नागरिकता देना सही नहीं Ludhiana News

लुधियाना, जेएनएन। केंद्र सरकार की ओर से कैबिनेट में पारित करने के बाद अब संसद में पेश किए जाने वाले नागरिकता बिल का स्वतंत्रता सैनानियों की जमात मजलिस अहरार ने विरोध किया है। शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी ने बिल को लेकर कहा कि धर्म के आधार पर किसी को भारतीय नागरिकता देना किसी भी तरह से उचित नहीं है यह सरासर देश के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है।

शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान ने कहा कि भारत के संविधान में यह बात स्पष्ट रूप से कही गई है कि देश की सरकार किसी धर्म विशेष की नहीं, बल्कि धर्म निरपेक्ष होगी और यही भारत का सिद्धांत रहा है। शाही इमाम ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार का यह कहना कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में वहां के अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहे हैं, इसलिए गैर मुस्लिमों को भारतीय नागरिकता दी जानी चाहिएं तो क्या चीन, म्यांमार, नेपाल और श्रीलंका में अगर किसी मुसलमान पर अत्याचार हो ,उसे भारत की नागरिकता का अधिकार नहीं होगा। क्या यह गैर मुस्लिम देश भारत के पड़ोसी नहीं है क्या इन देशों में मानवता पर अत्याचार नहीं हो रहे हैं। म्यांमार में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हुए हैं, उसे कौन नहीं जानता लेकिन फिर भी धर्म के आधार पर राजनीति की जा रही है।

शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान लुधियानवी ने कहा कि दुनिया आतंकवाद से जूझ रही है। आतंक का कोई धर्म नहीं होता। वोट की राजनीति में कहीं हम इन पड़ोसी देशों से आए पाकिस्तानी घुसपैठियों के लिए दरवाजा तो नहीं खोलने जा रहे। क्योंकि अब तक जो भी जासूस और आतंकी भारत में पकड़े गए हैं, उनका किसी एक धर्म से संबंध नहीं है। केंद्र सरकार बढ़ रही महंगाई ओर बेरोजगारी पर ध्यान केंद्रित करने की बजाय धर्म के नाम पर सियासत कर रही है।

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