सिविल अस्पताल में रेनोवेशन पर लाखों खर्चे, शौचालय खस्ताहाल
जिले के सिविल अस्पताल और मदर एंड चाइल्ड अस्पताल में पिछले दो महीने से रेनोवशन हो रही है। इसके तहत अस्पताल के हरेक वार्ड को रंग रंगोन से चमकाया जा रहा है।
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जागरण संवाददाता, लुधियाना : जिले के सिविल अस्पताल और मदर एंड चाइल्ड अस्पताल में पिछले दो महीने से रेनोवशन हो रही है। इसके तहत अस्पताल के हरेक वार्ड को रंग रंगोन से चमकाया जा रहा है। हालांकि हैरानी की बात है कि अस्पतालों में खस्ताहाल शौचालयों को ठीक करने के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है। इसके चलते अस्पताल में आने वाले मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
दैनिक जागरण की टीम ने शुक्रवार दोपहर दो बजे के करीब जब दोनों अस्पताल में जाकर देखा, तो मदर एंड चाइल्ड अस्पताल की लैबोरटरी के साथ, पोस्टनेटल वार्ड, फीमेल वार्ड और मदर एंड चाइल्ड अस्पताल की ओपीडी के एंट्री गेट के करीब बनाए गए शौचालय पर ताला लगा हुआ था। इसके साथ ही वेटिग एरिया के बाहर बनाए गए दोनों शौचालयों पर ताला था। दूसरी तरफ सिविल अस्पताल की पुरानी बिल्डिग की ओपीडी ब्लाक में बनाए गए दोनों शौचालयों पर ताला जड़ा हुआ था। मरीजों ने बताया कि अस्पताल के शौचालय बंद होने की वजह से उन्हें एनजीओ की ओर से बनाए गए शौचालयों का इसतेमाल करना पड़ता है या फिर सिविल अस्पताल की पहली व दूसरी मंजिल पर बनाए गए शौचालयों में जाना पड़ता है। मरीजों ने मांग की कि सभ्ी शौचालयों को ठीक करके ताले हटाएं जाएं।
एसएमओ ने नहीं उठाया फोन, एसडीओ बोले- सभी शौचालय ठीक करवाएंगे
सिविल अस्पताल में बंद पड़े शौचलयों को लेकर जब सिविल अस्पताल की एसएमओ डा. अमरजीत कौर का पक्ष लेने के लिए फोन किया गया तो उन्होंने फोन ही नहीं उठाया। दूसरी तरफ पंजाब हेल्थ सिसटम कारपोरेशन के एसडीओ गुरपिदर संधू से जब बात की गई तो उनका कहना था कि उनकी जानकारी में अभी केवल इमरजेंसी में बनाए गए शौचालय ही बंद हैं, क्योंकि अस्पताल ने शौचालयों को अपने कब्जे में नहीं लिया है। हमने रिपयेर करवा दी थी। सिविल अस्पताल की ओपीडी ब्लाक के दोनों शौचालय एक महीने पहले बंद थे, जिसे रिपेयर करवा दिया गया था। फिर भी अगर दोनों शौचालय बंद है तो शनिवार को खुलवाया जाएगा। मदर एंड चाइल्ड अस्पताल में भी सभी शौचालयों को ठीक करवा दिया गया है। ताले क्यों लगे हुए थे, उसके बारे में स्टाफ से पूछेंगे।