'बिना मंत्रों के औषधि सूखी लकड़ी है'

माडल टाउन एक्सटेंशन स्थित भगवान श्री लक्ष्मी नारायण धाम मंदिर में साप्ताहिक सत्संग का आयोजन हुआ जिसमें महामंडलेश्वर ब्रह्मार्षि कुमार स्वामी का संदेश सुनाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 30 Nov 2019 08:16 PM (IST) Updated:Sat, 30 Nov 2019 08:16 PM (IST)
'बिना मंत्रों के औषधि सूखी लकड़ी है'
'बिना मंत्रों के औषधि सूखी लकड़ी है'

जेएनएन, लुधियाना : मॉडल टाउन एक्सटेंशन स्थित भगवान श्री लक्ष्मी नारायण धाम मंदिर में साप्ताहिक सत्संग का आयोजन हुआ। इस दौरान महामंडलेश्वर ब्रह्मार्षि कुमार स्वामी का संदेश पढ़कर सुनाया गया। उन्होंने संदेश में कहा कि जितनी भी औषधियां हैं, उनके बारे में रस समुच्चय सार में भगवान शिव ने बताया है कि इसका चरक संहिता में भी वर्णन है। भगवान ब्रह्मा ने सर्वप्रथम आयुर्वेद में बताया है कि औषधियों का क्या उपयोग है, जिसने सूर्य, चंद्रमा और तारे बनाए हैं उसी ने औषधि विज्ञान भी बनाया है। कुछ लोग औषधियों का संबंध मंत्रों से नहीं मानते। जबकि भगवान शिव ने कहा है कि बिना मंत्रों के औषधि सूखी लकड़ी के समान होती है। मैं जब डॉक्टर के प्रारूप में था, तब इस बात को नहीं मानता था न ही पाठ करता था। एक बार मुझे एक मरीज ने बताया कि मुझे एक मंत्र पाठ की प्राप्ति हुई है, जिससे मैं असाध्य रोग से मुक्त हो गया हूं। मुझे जिज्ञासा हुई और तमाम प्रयासों के बाद एक संत जी से पाठ प्राप्त किया। इसके बाद मैने लोगों को मंत्रों के साथ दवा देनी शुरू की, तो उन्हें फायदा हुआ। मैंने इस विषय में पूरी रिसर्च की और टेस्ट भी किए, जब पाठ पर पूर्ण विश्वास हो गया तब सार्वजनिक रूप लोगों को प्रदान करना शुरू किया। मैं भगवान शिव, भगवान ब्रह्मा. देवी माता को धन्यवाद देने लगा, क्योंकि यह सब उनकी ही कृपा से हुआ। उन्होंने कहा कि भगवान शिव ने कहा है कि इस पाठ से भक्ति, मुक्ति, पुत्र, पौत्र,धन-संपदा, कीर्ति-ऐश्वर्य आदि निश्चित रूप से प्राप्त होती है। यह मेरा वचन नहीं है, भगवान शिव का वचन है।

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