स्कूल शाखा बंद करने को लेकर भड़के अभिभावक, प्रबंधन के खिलाफ की नारेबाजी

नारेबाजी के दौरान अभिभावकों ने आरोप लगाते कहा कि स्कूल की तरफ से बीरमी शाखा बंद किए जाने की कोई जानकारी नहीं दी गई है।

By Sat PaulEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 01:58 PM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2020 05:24 PM (IST)
स्कूल शाखा बंद करने को लेकर भड़के अभिभावक, प्रबंधन के खिलाफ की नारेबाजी
स्कूल शाखा बंद करने को लेकर भड़के अभिभावक, प्रबंधन के खिलाफ की नारेबाजी

लुधियाना, जेएनएन। गुरु नानक पब्लिक स्कूल बीरमी शाखा को बंद किए जाने का अभिभावकों ने आरोप लगाया है। इसी को लेकर सोमवार अभिभावक स्कूल की दूसरी शाखा माॅडल टाउन एक्सटेंशन के गुरू नानक पब्लिक स्कूल में एकित्रत हुए। यहां स्कूल मैनेजमेंट और प्रिंसिपल के खिलाफ नारेबाजी की। नारेबाजी के दौरान अभिभावकों ने आरोप लगाते कहा कि स्कूल की तरफ से बीरमी शाखा बंद किए जाने की कोई जानकारी नहीं दी गई है। यहां तक कि एक-दूसरे अभिभावकों से ही उन्हें यह जानकारी मिल रही है।

अभिभावकों ने कहा कि 16 मई को स्कूल की ओर से बच्चों को किताबें दिए जाने का मैसेज भेजा गया था। अभिभावक जब स्कूल में किताबें लेने आए, तब भी उन्हें उक्त स्कूल की शाखा बंद किए जाने की कोई सूचना नहीं दी गई। कुछ अभिभावक ऐसे भी हैं, जिन्होंने बच्चों की फीस भी जमा करवा दी थी। अभिभावक और पड़ैन गांव की सरपंच रमनदीप कौर ने कहा कि उनके बच्चों सहित गांव के 15 बच्चे बीरमी स्कूल में पढ़ रहे हैं। 29 मई को दूसरे अभिभावकों से ही उन्हें सूचना मिली है कि स्कूल की शाखा बंद की जा रही है। जिसके चलते अन्य अभिभावकों सहित वह स्कूल की दूसरी शाखा माॅडल टाउन एक्सटेंशन में सोमवार सुबह नौ बजे से एकत्रित हुए हैं। दोपहर साढ़े बारह बजे तक उन्हें न तो स्कूल प्रिंसिपल मिली और न ही कोई मैनेजमेंट का सदस्य।

अभिभावक बलजिंदर कौर ने कहा कि वह जेतवाल गांव से हैं, उनके चार बच्चे बीरमी शाखा में पढ़ रहे हैं। चारों बच्चों की किताबें भी उन्होंने खरीद ली थी पर स्कूल बंद करने की जानकारी उन्हें भी दूसरे अभिभावकों से एक-दो दिन पहले ही मिली है। बीरमी शाखा के गेटमैन से उन्हें यह जानकारी मिली कि पहली से सातवीं कक्षा तक स्कूल को माॅडल टाउन एक्सटेंशन शाखा में शिफ्ट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनके गांव से इस स्कूल की दूरी 14 किलोमीटर पड़ती है, उनके लिए बच्चे यहां पढ़ाना फिर संभव नहीं होगा।

अभिभावकों ने जहां स्कूल के खिलाफ नारेबाजी की, वहीं डिमांड की है कि उन्होंने बच्चों को बीरमी शाखा में ही पढ़ाना है। स्कूल अगर बंद करना था तो इसकी जानकारी अभिभावकों को कम से कम छह महीने या साल पहले दी जानी चाहिए थी। मौके पर माॅडल टाउन थाने से पुलिस मुलाजिम भी पहुंचे जिनके साथ भी अभिभावकों ने बहस की और स्कूल के आईटी विभाग के मुलाजिम का घेराव किया। 

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