Onion Price: अब और नहीं बढ़ेंगे प्याज और लहसुन के दाम, 15 दिन में मिलेगी राहत Ludhiana News
लुधियाना की मंडी में आ रहे अफगानिस्तान के प्याज ने दाम पर लगाम लगाई है। इस कारण मंडी में प्याज के दाम 100 रुपये किलो से नीचे आकर करीब 90 रुपये तक स्थिर हो गए हैं
लुधियाना, जेएनएन। पिछले करीब एक महीने से प्याज ने लोगों के आंसू निकाल रहा है। कई परिवारों की रसोई में तो सब्जी के लिए लगाए जाने वाले तड़के और सलाद से प्याज तो गायब ही हो गया है। वहीं लहसुन के दाम भी आसमान पर ही हैं। इसी कारण कई परिवार तो सब्जी में इसका प्रयोग ही नहीं कर रहे हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि लुधियाना की मंडी में पिछले सप्ताह आवक बढ़ी है। लुधियाना की मंडी में आ रहे अफगानिस्तान के प्याज ने दाम पर लगाम लगाई है। इस कारण मंडी में प्याज के दाम 100 रुपये किलो से नीचे आकर करीब 90 रुपये तक स्थिर हो गए हैं। दूसरा करीब 15-20 दिनों में नासिक के प्याज की आवक और बढ़ जाएगी। इससे दाम में गिरावट होने लगेगी।
इतने में बिक रहा लहसुन
वहीं मंडी में लहसुन के दाम करीब चार महीने पहले 200 रुपये प्रति किलो के पार थे। हालांकि अब सबसे अच्छी क्वालिटी के लहसुन के दाम 170-180 रुपये किलो हैं। अफगानिस्तानी प्याज और हरा प्याज, हरे लहसुन ने नासिक के प्याज और लहसुन पर दबाव बनाते हुए इसके दाम में कमी लाना शुरू कर दिया है। लहसुन कारोबारी रिंकल मक्कड़ बताते हैं कि 15 फरवरी के बाद मध्य प्रदेश का लहसुन आने के बाद ही दाम कम होंगे। मार्च-अप्रैल में पंजाब का लहसुन भी मंडियों में आना शुरू हो जाएगा।
नासिक का प्याज पसंद कर रहे लोग
प्याज के दाम में गिरावट के लिए अभी 15 दिन और इंतजार करने की जरूरत है। प्याज की आवक बढऩा शुरू हुई है। रविवार को अफगानिस्तान के प्याज लदे करीब 120 ट्रक वाघा बार्डर से भारत में प्रवेश हुए। यदि अफगानिस्तानी प्याज नहीं आता तो इसके दाम और बढ़ सकते थे। हालांकि नासिक प्याज के मुकाबले अफगानिस्तानी प्याज की क्वालिटी इतनी अच्छी नहीं होने से लोग इसे कम पसंद करते हैं। व्यापारियों के अनुसार 15-20 दिसंबर के बाद दाम गिरने शुरू हो सकते हैं। क्योंकि हरे प्याज से भी मार्केट पर असर पड़ा है जबकि नासिक प्याज भी भारी मात्रा में आने लगेगा।
लुधियाना मंडी में पिछले सप्ताह प्याज की आवक
तारीख (क्विंटल में) दाम
2 दिसंबर 6200 80-100
3 दिसंबर 6300 85-100
4 दिसंबर 6500 75-95
5 दिसंबर 6200 80-95
6 दिसंबर 6500 80-90
7 दिसंबर 6800 70-90
महीना दर महीना मंडी में बढ़ते रहे दाम
जुलाई 20 -25
अगस्त 30 -35
सितंबर 40-45
अक्टूबर 40-50
नवंबर 50 -70
दिसंबर 70 -100
फरवरी में आएगा मध्य प्रदेश का लहसुन, फिर गिरेंगे दाम
प्याज के साथ इस साल लहसुन के दाम भी सामान्य के मुकाबले चार गुणा अधिक हैं। लहसुन कारोबारियों के अनुसार पिछले साल सही दाम नहीं मिलने की वजह से इस साल 25 फीसद किसानों ने फसल ही नहीं लगाई। इसी कारण मार्केट में लहसुन की शॉर्टेज हो गई। लहसुन कारोबारी रिंकल मक्कड़ बताते हैं कि फरवरी 15 के बाद मध्य प्रदेश का लहसुन आने के बाद ही दाम कम होंगे। मार्च-अप्रैल में पंजाब का लहसुन भी मंडियों में आना शुरू हो जाएगा।
पिछले साल 10 से 30 रुपये बिका था लहसुन
पिछले साल मंडियों में लहसुन 10 से 30 रुपये में बिका था। काफी लहसुन रखा-रखा खराब हो गया। इससे किसानों को घाटा उठाना पड़ा। इसी कारण बहुत से किसानों ने इस बार लहसुन लगाया ही नहीं।
बेमौसमी बारिश से लेट हुई फसल
सितंबर-अक्टूबर में हुई बेमौसमी बारिश से जहां प्याज की 50-70 फीसद फसल खराब हुई। वहीं खेतों में पानी भर जाने से लहसुन की फसल लगाने में भी देरी हुई। इस वजह से भी नई फसल देरी से आएगी। किसान बलवीर सिंह, गुरमीत सिंह, अजमेर सिंह ने कहा कि हरा प्याज और हरा लहसुन मार्केट आने लगा तो किसानों ने भी मोर्चा संभाला। इससे बाजार में दाम संतुलित होने लगे हैं। अब हरा प्याज और हरालहसुन लोगों को राहत दे रहा है।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें