कल से नहीं उठेगा कूड़ा, निगम का एटूजेड को काउंटर नोटिस

नगर निगम व एटूजेड कंपनी के बीच अब नोटिस वार चलने लगी है। कंपनी के टर्मिनेशन नोटिस पर नगर निगम ने अब काउंटर नोटिस भेज दिया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Feb 2021 08:54 PM (IST) Updated:Wed, 03 Feb 2021 08:54 PM (IST)
कल से नहीं उठेगा कूड़ा, निगम का एटूजेड को काउंटर नोटिस
कल से नहीं उठेगा कूड़ा, निगम का एटूजेड को काउंटर नोटिस

जागरण संवाददाता, लुधियाना : नगर निगम व एटूजेड कंपनी के बीच अब नोटिस वार चलने लगी है। कंपनी के टर्मिनेशन नोटिस पर नगर निगम ने अब काउंटर नोटिस भेज दिया। कंपनी ने काम बंद करने के साथ नगर निगम से 47 करोड़ रुपये की डिमांड की थी जिसके जवाब में नगर निगम ने कंपनी पर करोड़ों रुपये का बकाया होने की बात कह दी। यही नहीं निगम ने नोटिस में कहा है कि कंपनी ने सही तरीके से काम नहीं किया और डंप पर बिना प्रोसेसिग किए कूड़े के अंबार लगे हैं। यही नहीं कंपनी ने कांट्रैक्ट की शर्तों के मुताबिक काम नहीं किया। इस सब की एवज में निगम ने भी कंपनी की तरफ भारी भरकम राशि बकाया होने का दावा किया है। हालांकि निगम अफसर अभी यह स्पष्ट नहीं कर रहे हैं कि कंपनी पर निगम ने कितनी राशि का बकाया खड़ा किया है।

कंपनी ने चार फरवरी के बाद शहर में कूड़ा लिफ्ट करने से मना कर दिया है। निगम अफसरों के तमाम प्रयासों के बाद भी कंपनी ने टर्मिनेशन नोटिस वापस लेने से मना कर दिया। -मंत्री व मेयर बोले, कूड़ा प्रबंधन के लिए निगम के पास पूरी व्यवस्था, शहर नहीं होगा प्रभावित

बुधवार को नगर निगम ने भी कंपनी को नोटिस भेजने से पहले एफएंडसीसी की इजाजत ली है। एफएंडसीसी की इजाजत मिलने के साथ ही कंपनी को नोटिस भेज दिया। वहीं दूसरी तरफ कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु व मेयर बलकार सिंह संधू ने साफ कर दिया कि कंपनी के काम बंद करने से शहर में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि कंपनी की कारगुजारी से नगर निगम भी परेशान है और बार-बार निगम को नोटिस जारी करने पड़ रहे थे।

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नगर निगम कुछ समय के लिए मशीनरी हायर कर रहा है। इसके लिए उसी कंपनी से बात चल रही है जो एटूजेड को मशीनरी उपलब्ध करवा रही थी। पांच फरवरी से पहले की तरह शहर से कूड़ा लिफ्ट होगा और प्लांट पर कूड़े की प्रोसेसिग होगी। उसके बाद नगर निगम टेंडर जारी कर नई कंपनी को बुलाएगा। इसके लिए कुछ कंपनियां संपर्क में हैं। कंपनी को निगम ने भी नोटिस भेजा है। जो राशि कंपनी ने निगम से मांगी है उससे कई गुना ज्यादा राशि कंपनी से वसूलनी बाकी है। क्योंकि कंपनी ने कांट्रैक्ट के नियमों का पालन नहीं किया।

बलकार सिंह संधू, मेयर।

कोर्ट में जा सकता है कंपनी व निगम का विवाद

कंपनी नगर निगम पर कांट्रैक्ट की शर्तें तोड़ने का आरोप लगा रही है और कंपनी ने निगम को 47 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा है। वहीं निगम भी अब कंपनी पर कांट्रैक्ट के मुताबिक काम न करने का आरोप लगा रहा है। निगम ने भी कंपनी की तरफ से किए गए दावे से कई गुना ज्यादा का दावा कंपनी पर किया है। ऐसे में दोनों के बीच चल रहा विवाद अब कोर्ट में जाने के आसार हैं। कंपनी पहले ही साफ कर चुकी है कि निगम ने पैसे नहीं दिए तो वह कोर्ट में जाएंगी। वहीं मेयर का कहना है कि कंपनी ने नियमों का पालन नहीं किया इसलिए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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