लुधियाना के बुड्ढा दरिया की सफाई में अनदेखी, 20 साल में विधायकों व सांसदों ने नहीं दिलाया काेई फंड

2000 से अब तक राज्य व केंद्र सरकार की तरफ से बुड्ढा दरिया की सफाई काे कोई फंड नहीं मिला। केवल नगर निगम ने 9.56 करोड़ रुपये की राशि खर्च दरिया की सफाई पर करवाई है।

By Vipin KumarEdited By: Publish:Thu, 06 Aug 2020 08:26 AM (IST) Updated:Thu, 06 Aug 2020 08:26 AM (IST)
लुधियाना के बुड्ढा दरिया की सफाई में अनदेखी, 20 साल में विधायकों व सांसदों ने नहीं दिलाया काेई फंड
लुधियाना के बुड्ढा दरिया की सफाई में अनदेखी, 20 साल में विधायकों व सांसदों ने नहीं दिलाया काेई फंड

लुधियाना, जेएनएन। बुड्ढा दरिया को जवान बनाने के लिए कई योजनाएं बनीं जो अब तक जारी भी हैं। विधायकों से लेकर सांसद तक दरिया को साफ करने के दावे करते रहे, लेकिन सच्चाई यह है कि नगर निगम क्षेत्र में दरिया की सफाई के लिए विधायकों से लेकर अब तक के सांसदों में से कोई भी गंभीर नहीं हैं।

पिछले बीस सालों की बात करें तो केंद्र सरकार से सांसदों और राज्य सरकार से विधायकों ने एक पाई भी निगम को नहीं दिलाई। वर्ष 2000 से अब तक निगम ने बुड्ढा दरिया की सफाई पर 9.56 करोड़ रुपये खर्च किए। यह राशि भी निगम ने नहरी विभाग को दी है। इसका पर्दाफाश आरटीआइ एक्टिविस्ट रोहित सभ्रवाल की ओर से निगम से आरटीआइ के तरत मांगी गई जानकारी में मिली है।

बुड्ढा दरिया की सफाई को लेकर कई योजनाएं बनी। 2009 में 50 करोड़ रुपये की योजना बनी थी। इसमें सीवरेज व इंडस्ट्री के प्रदूषित पानी को दरिया में गिराने से रोकना था। यह योजना भी फाइल में दबी रह गई। 2011 में सांसद रहते हुए मनीष तिवाड़ी ने बायो रेडिएशन तकनीक से दरिया को साफ करने की योजना बनाई। वह तत्कालीन केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश को लेकर भी आए थे। तब जैनपुर के पास दरिया में यह टेक्नालॉजी लगाई गई थी।

यह एरिया निगम लिमिट से बाहर था इसलिए इसका कोई फंड निगम को नहीं मिला। यह योजना भी फेल ही साबित हुई। फिर 15 करोड़ रुपये की लागत से 2013 में एक और प्रोजेक्ट बना। इस प्रोजेक्ट पर भी काम नहीं हुआ। 2014 में फिर से 125 करोड़ रुपये की योजना निगम ने तैयार की, लेकिन फंड की कमी के कारण यह ठंडे बस्ते में चले गई। हाल ही में 650 करोड़ रुपये की योजना बनी है। उसका टेंडर लग चुका है, लेकिन अभी यह योजना भी धरातल पर नहीं उतरी। दरिया की सफाई के लिए सभी योजनाएं अभी तक फाइलों में ही अटकी हैं।

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

chat bot
आपका साथी