प्रोस्टेट कैंसर व रेडिऐशन थेरेपी पर सेमिनार

जासं, लुधियाना: नीमा लुधियाना की ओर से सचिव डॉ सु¨रदर गुप्ता की अध्यक्षता में प्रोस्टेट कैंसर व

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Dec 2017 03:01 AM (IST) Updated:Wed, 13 Dec 2017 03:01 AM (IST)
प्रोस्टेट कैंसर व रेडिऐशन थेरेपी पर सेमिनार
प्रोस्टेट कैंसर व रेडिऐशन थेरेपी पर सेमिनार

जासं, लुधियाना: नीमा लुधियाना की ओर से सचिव डॉ सु¨रदर गुप्ता की अध्यक्षता में प्रोस्टेट कैंसर व रेडिएशन थेरेपी पर सेमिनार करवाया गया। जिसमें मेडिकल आकोलॉजी विभाग के डॉ दविंदर पाल व रेडियोथेरेपी विशेषज्ञ डॉ अशिमा बांसल मुख्य वक्ता के तौर पर शामिल हुई।

डॉ राजेश थापर, डॉ सतिंदर कक्कड़, डॉ राजकुमार गर्ग, डॉ रणबीर सिंह, डॉ इंदर शर्मा, डॉ राहुल जैन, डॉ प्रवीन भल्ला, डॉ मोहित वैद्य व अशोक वर्मा मौजूद थे।

डॉ सतेंद्र कक्कड़ पैट्रन पंजाब नीमा ने कहा कि बीड़ी, सिगरेट, तबाकू, शराब, अधिक कार्बोहाइड्रेट वसायुक्त भोजन या आरामप्रस्त जीवनशैली के चलते मोटापा, मधुमेह, हाई ब्लड प्रेशर, अधरंग, हार्ट अटैक जैसी घातक बीमारियां होती हैं। 50 साल से अधिक आयु में प्रत्येक पुरुष को पीएसए टेस्ट, हर साल करवाना चाहिए ताकि प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को दूर रखा जा सके। डॉ दविंदर पाल ने कहा कि प्रोस्टेट कैंसर, भारत में होने वाले कैंसर में चौथे नंबर पर आता है और ज्यादातर 65 साल से ऊपर के पुरुषों में पाया जाता है। जिन परिवारों में ब्रेस्ट कैंसर या ओवेरियन कैंसर या प्रोस्टेट कैंसर की हिस्ट्री होती है, उनमें प्रोस्टेट कैंसर होने का खतरा ज्यादा रहता है। डॉ आशिमा ने कैंसर के इलाज में रेडियोथेरेपी के बारे में बताया कि स्तन कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, बड़ी आंत के कैंसर, सिर, गले, कान और नाक, चमड़ी कैंसर में सर्जरी से पहले या बाद में यह अत्यन्त लाभकारी है।

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