पार्किंग अलॉटमेंट को लेकर ममता आशु ने कमिश्नर लिखा पत्र, कही यह बात Ludhiana News

भारत भूषण आशु की पत्नी व पार्षद ममता आशु ने भी कमिश्नर को पत्र लिखकर साफ कर दिया कि ऐसे ठेकेदार की सिर्फ राशि जब्त करना पर्याप्त नहीं है बल्कि उसे लाइफ टाइम ब्लैकलिस्ट किया जाए।

By Edited By: Publish:Sat, 31 Aug 2019 07:55 AM (IST) Updated:Sat, 31 Aug 2019 10:33 AM (IST)
पार्किंग अलॉटमेंट को लेकर ममता आशु ने कमिश्नर लिखा पत्र, कही यह बात  Ludhiana News
पार्किंग अलॉटमेंट को लेकर ममता आशु ने कमिश्नर लिखा पत्र, कही यह बात Ludhiana News

लुधियाना, जेएनएन। नगर निगम की पार्किंग साइट्स की ऑनलाइन बोली के दौरान फिरोजगांधी मार्केट पार्किंग के बदले 8.02 करोड़ रुपये व सराभा नगर आई ब्लॉक की पार्किंग के बदले 40 लाख रुपये की बोली देने वाले कांट्रेक्टर ने 10 फीसद राशि जमा नहीं करवाई, जिस वजह से फिरोजगांधी मार्केट व सराभा नगर आइ ब्लॉक मार्केट की पार्किंग हवा में लटक गई।

निगम ने बोली लगाने वाले कांट्रेक्टर को नोटिस देकर उसकी राशि जब्त करने का फैसला ले लिया। वहीं दूसरी तरफ कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु की पत्नी व पार्षद ममता आशु ने भी कमिश्नर को पत्र लिखकर साफ कर दिया कि ऐसे ठेकेदार की सिर्फ राशि जब्त करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि उसे लाइफ टाइम ब्लैकलिस्ट किया जाए।

पार्किंग की बोली में दो पार्किंगों का ठेका इस बार फिर से उन्हीं कंपनियों को मिला हैं, जिनके कांट्रेक्ट नगर निगम ने पिछले साल बीच में रद किए थे, जिसकी वजह से निगम को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा। ममता आशु ने पत्र में कमिश्नर कंवलप्रीत कौर बराड़ से सवाल किया है कि जिन कांट्रेक्टरों के कांट्रेक्ट पिछली बार बीच में ओवरचार्जिंग की वजह से रद किए गए थे उन्हें दोबारा बोली में कैसे शामिल किया गया और उन कंपनियों को दोबारा कैसे कांट्रेक्ट मिल गया?

ममता आशु ने कमिश्नर को कहा है कि वह नगर निगम हाउस की सदस्य हैं और फिरोजगांधी मार्केट उनके वार्ड में आती है। ममता आशु के पत्र के बाद नगर निगम अफसरों में खलबली मच गई। निगम कमिश्नर कंवलप्रीत कौर बराड़ अब इस मामले में कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। ममता आशु का कहना है कि फिरोजगांधी मार्केट के लिए जिस कांट्रेक्टर ने दस गुना से ज्यादा की बोली दी है उसने पैसे जमा नहीं करवाए हैं इससे निगम को वित्तीय नुकसान होगा। इसलिए ऐसे कांट्रेक्टर को आजीवन ब्लैक लिस्टेड कर देना चाहिए।

ममता आशु ने कहा कि उन्होंने कमिश्नर से इस बारे में पूछा है कि जिन ठेकेदारों व कंपनियों का पिछली बार ठेका रद किया गया था, उन्हें इस बार कैसे बोली में शामिल किया गया। इस बारे में उन्हें बताया जाए। ममता आशु ने साफ किया कि वह नगर निगम सदन की मेंबर हैं। इसलिए यह जानना उनका अधिकार है।

80 लाख की बोली देने वाले ने मांगा कांट्रेक्ट

एलआरवाई कंपनी ने फिरोजगांधी मार्केट पार्किंग की बोली 80 लाख रुपये दी थी, जबकि इसकी रिजर्व प्राइस 40 लाख रुपये रखी गई थी। राधा रमन कंपनी ने 80 लाख से बोली बढ़ाकर सीधे 8.02 करोड़ रुपये कर दी थी। निगम ने उसे शुक्रवार चार बजे तक का समय दिया था, लेकिन वह पैसे जमा नहीं करवा पाया, जिसके बाद एलआरवाई कंपनी के कांट्रेक्टर ने नगर निगम को पत्र लिख दिया कि अगर पहला बोली दाता पैसे जमा नहीं कर पाया तो अब यह कांट्रेक्ट 80 लाख रुपये में उन्हें दिया जाना चाहिए। वह इसके लिए 10 फीसद राशि जमा करवाने को तैयार हैं, लेकिन निगम अफसर अभी इस मामले में कोई पत्ता नहीं खोलना चाहते हैं। निगम अफसरों ने गेंद अब एफएंडसीसी के पाले में फेंक दी है। अफसरों की मानें तो दोनों साइटों की बोली दोबारा की जाए या दूसरे बोली दाता को दी जाए। इसका फैसला एफएंडसीसी करेगी।

कमिश्नर ने न फोन उठाया न वाट्सएप पर किया रिप्लाई

ममता आशु की तरफ से पार्किंग अलॉटमेंट पर सवाल खड़े करने के बाद जब नगर निगम कमिश्नर कंवलप्रीत कौर बराड़ से इस संबंध में पूछने के लिए फोन किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। इसके बाद उनके नंबर पर वाट्सएप करके संपर्क करने की कोशिश की गई। यही नहीं ममता आशु के लेटर की कॉपी भी वाट्सएप के जरिए उन्हें भेजी गई और उस पर उनकी प्रतिक्रिया जानने की कोशिश की गई। लेकिन उन्होंने उसका भी रिप्लाई नहीं किया।

बोली देने वाले कांट्रेक्टर ने दोनों पार्किंग साइट्स के पैसे जमा नहीं करवाए हैं। इसलिए उसे कांट्रेक्ट नहीं दिया गया और उसकी सिक्योरिटी राशि को जब्त कर लिया गया है। इसके अलावा उसे डीबार करने का नोटिस भी दिया जाएगा। अब मामला कमिश्नर को भेज दिया गया है। अब एफएंडसीसी तय करेगी कि बोली दोबारा करवानी है या दूसरे को कांट्रेक्ट देना है।

-नीरज जैन, जोनल कमिश्नर एवं इंचार्ज तहबाजारी ब्रांच नगर निगम।

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