बैंस इमानदार नेता, उनका सियासी वर्चस्व : सिद्धू

सचिन आनंद, खन्ना कैबिनेट मंत्री नवजोत ¨सह सिद्धू मीडिया के सामने हों और कोई सुर्खी न बने, ये तो हो

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Jun 2018 09:03 AM (IST) Updated:Sat, 16 Jun 2018 09:03 AM (IST)
बैंस इमानदार नेता, उनका सियासी वर्चस्व : सिद्धू
बैंस इमानदार नेता, उनका सियासी वर्चस्व : सिद्धू

सचिन आनंद, खन्ना

कैबिनेट मंत्री नवजोत ¨सह सिद्धू मीडिया के सामने हों और कोई सुर्खी न बने, ये तो हो ही नहीं सकता। शुक्रवार को खन्ना के पास सराय लशकरी खान पहुंचे सिद्धू ने बैंस बंधुओं की तारीफ के पुल बांध दिए। सिद्धू बोले कि बैंस एक इमानदार नेता हैं और उनका अपना सियासी वर्चस्व है। बैंस भाई दो बार आजाद जीतकर विधायक बने हैं। उन्हें हल्के में नहीं लिया जा सकता। वे अपनी इमानदारी की सियासत कर रहे हैं।

सिद्धू और बैंस भाइयों की नजदीकी भले ही नई नहीं है। लेकिन उनके बयान के कई सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। सिद्धू ने आगे कहा कि बैंस और उनमें सिर्फ यही फर्क है कि बैंस विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं और वे सत्ता में हैं। लेकिन, इसका अर्थ यह नहीं कि बैंस गलत हैं। बैंस के खिलाफ वेरका मामले में एफआईआर पर सिद्धू ने कहा कि वे थाने के मुंशी नहीं हैं। एफआईआर क्यों और कैसे हुई, इस संबंधी वे कुछ नहीं कह सकते। जालंधर के विधायक रिंकू अपना काम कर रहे मैं अपना

जालंधर नगर निगम के अधिकारियों को सस्पेंड करने पर कांग्रेस के ही विधायक सुशील ¨रकू द्वारा उनके विरोध में आने पर सिद्धू ने कहा कि ¨रकू अपना काम कर रहे हैं और वे अपना। कुछ अधिकारियों की वजह से सरकार को नुक्सान हुआ है। इसकी सजा तो मिलनी ही थी। सिद्धू ने कहा कि इस काम में विधायक का क्या दखल है। यह सरकार और अधिकारियों की बात है। विधायक को बीच में नहीं आना चाहिए। बड़े नेताओं के फूंके जाते हैं पुतले

जालंधर में सड़क पर पुतला फूंके जाने की बात सिद्धू ने हंसी में उड़ा दी। उन्होंने कहा कि बड़े नेताओं के ही पुतले फूंके जाते हैं। इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। सिद्धू ने कहा कि वे अपना काम इमानदारी से कर रहे हैं। उन्हें इस बात की तसल्ली है कि उन्होंने जो कहा सही कहा है।

chat bot
आपका साथी