बचपन के साथियों से मिल हुएभावुक

55 साल पहले दसवीं पास करके अलग हुए कक्षा के साथी जब साढ़े पांच दशकों के बाद इकट्ठे हुए तो एक-दूसरे को मिल कर भावुक हो गए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Feb 2018 01:49 AM (IST) Updated:Wed, 28 Feb 2018 01:49 AM (IST)
बचपन के साथियों से मिल हुएभावुक
बचपन के साथियों से मिल हुएभावुक

कमालपुरा स्कूल के पुराने विद्यार्थियों की गांव चीमा में हुई मीटिंग

जासं, जगराओं : 55 साल पहले दसवीं पास करके अलग हुए कक्षा के साथी जब साढ़े पांच दशकों के बाद इकट्ठे हुए तो एक-दूसरे को मिल कर भावुक हो गए। सभी साथी एक-दूसरे को गले मिलकर एक दूसरे का हालचाल व पुरानी बचपन की यादों को ताजा करने में मस्त हो गए। करीब 56 वर्ष पहले 1962-63 में दसवीं पास कर चुके पावरकॉम के सेवामुक्त एसडीओ अमरजीत सिंह सिद्धू के संदेश पर पुराने साथी गांव चीमा में मिलने के लिए इकट्ठे हुए। करीब दो दर्जन बुर्जुगों की टोली जब इकट्ठी हुई तब पुरानी बातों का दौर छिड़ गया तो सारे स्कूली बच्चे बन गए और अपनी यादों में समारोह की शुरूआत की। इसकी शुरुआत परमजीत चीमा के गीत चादर से हुई। इस उपरांत बुर्जुगों ने टोटके व मुहावरे पेश कर खूब व्यंग्यमय माहौल बना दिया। इस मौके पर सभी बुर्जुग दोस्तों ने मिलकर अपनी यादों को समेटने के लिए एक सोविनेयर तैयार करवाने का फैसला किया। इस मौके पर सुखदेव सिंह गिल, सुरजीत सिंह औलख, अजमेल सिंह ढिल्लों, महिंदर सिंह टिवाना, लक्षमण सिंह, अमरजीत सिंह सिद्धु, निर्भय सिंह, मलकीत सिंह गिल, सुखदेव सिंह रूमी, कर्मजीत सिंह सिद्धु व कृपाल सिंह व दर्शन सिंह कमालपुरा व हरभजन सिंह सहित अन्य साथी मौजूद थे।

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