महिलाओं के लिए तरक्की की सीढ़ी बनीं गुरदेव कौर, सेल्फ ग्रुप बना दिया रोजगार Ludhiana News

गुरदेव ने बताया कि उन्होंने साल 2008 में ग्लोबल सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाया। इसे 16 घरेलू महिलाओं के साथ शुरू किया। उनका ग्रुप 15 दिन विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ बनाता है।

By Sat PaulEdited By: Publish:Fri, 03 Jan 2020 10:50 AM (IST) Updated:Fri, 03 Jan 2020 11:05 AM (IST)
महिलाओं के लिए तरक्की की सीढ़ी बनीं गुरदेव कौर, सेल्फ ग्रुप बना दिया रोजगार Ludhiana News
महिलाओं के लिए तरक्की की सीढ़ी बनीं गुरदेव कौर, सेल्फ ग्रुप बना दिया रोजगार Ludhiana News

जगराओं, [बिंदु उप्पल]। आज के दौर में अकेले पुरुष की आमदनी से परिवार का गुजर बसर बमुश्किल है। महिलाओं को कोई न कोई स्वरोजगार स्थापित कर हाथ बटाना चाहिए। इसी सोच के साथ मैंने भी पति गुरदेव सिंह के साथ स्वरोजगार स्थापित करने की कोशिश की। इयाली खुर्द निवासी गुरदेव कौर ने कहा कि पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के कैरों किसान घर में 15 महीने के विभिन्न कोर्सों का प्रशिक्षण लिया, जिसकी बदौलत आज मार्केट में मेरे द्वारा बनाए ग्लोबल फूड प्रोडक्ट्स किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं।

गुरदेव ने बताया कि उन्होंने साल 2008 में ग्लोबल सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाया। इसे 16 घरेलू महिलाओं के साथ शुरू किया। उनका ग्रुप 15 दिन विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ बनाता है और मार्केट में बेचता है। गुरदेव के अनुसार जब वह पीएयू से प्रशिक्षण ले रही थीं तब कामकाजी महिलाएं अकसर बातें करती थीं कि सर्दियों में सरसों का साग व मक्की की रोटी नहीं बनती है। उस समय उन्होंने प्रशिक्षण के साथ सड़क किनारे सरसों का साग, मक्की की रोटी, घर का बना मक्खन व आचार बनाकर बेचना शुरू किया। तब से पीएयू व गडवासू में कार्यरत कामकाजी महिलाएं पामेटी बिल्डिंग के पास उन्हें साग खरीदने के ढूंढ़ती हैं।

गुरदेव ने बताया कि जब उनके हुनर को पीएयू की डीन डॉ. सुषमा जायसवाल ने देखा तो उन्होंने घर पर ही खाद्य पदार्थ बनाकर उसका कारोबार करने की सलाह दी। उन्होंने सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाने के लिए कहा। वर्ष 2008 में उन्होंने ग्लोबल सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाया, जिसमें उनके साथ 16 महिलाएं जुड़ीं। उनका ग्रुप ऑर्गेनिक दालें, मुरब्बा, मसाले, चटनी तैयार करता है। किसानों से ऑर्गेनिक दालें लेकर पैक कर बेचती हैं। उनके द्वारा तैयार आंवला का मुरब्बा, चाय का मसाला, लस्सी, चटनी, चाट, चना मसाला, लाल, मिर्च, हल्दी, आम की चटनी, अदरक, मिर्च के अचार की काफी डिमांड रहती है।

गुरदेव कौर शहद का भी काम करती हैं। इसके लिए उन्होंने हिमाचल में अपने 450 बॉक्स लगाए हैं। गुरदेव कौर के अनुसार इतना काम अकेले नहीं हो सकता था और उन्होंने अपने पड़ोस की महिलाओं को एकजुट कर कारोबार बढ़ाया। ग्रुप की कुछ महिलाओं ने अपने पैसे लगाए हैं और कुछ दिहाड़ी पर काम कर लेती हैं। ग्लोबल फूड प्रोडक्ट मार्केट में बेचने के लिए उनके पति गुरदेव सिंह व बेटा सहयोग करते हैं।

कई ईनाम जीत चुकी हैं गुरदेव

ग्लोबल सेल्फ हेल्प ग्रुप के कारण गुरदेव कौर कई राष्ट्रीय व राज्यस्तरीय अवार्ड जीत चुकी हैं। इनमें पशु धन नेशनल अवार्ड, सरदारनी जागीर कौर अवार्ड, आत्मा एग्रीकल्चर राज्यस्तरीय अवार्ड प्रमुख हैं। गुरदेव अब तक 100 से अधिक अवार्ड प्राप्त कर चुकी हैं। उनके उत्पाद बड़े-बड़े मेलों, पीएयू के किसान मेलों, आत्मा किसान मेलों में भी स्टाल पर लगते है।

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