Punjab Bandh: हजारों किसानों ने नानकसर चौक में लगाया जाम, आप विधायक माणूके की हुई फजीहत
किसान संगठनों ने किसानों को नए कृषि कानूनों को रद करवाने के लिए संघर्ष और तेज करने के साथ आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार रहने को कहा। धरने में कांग्रेस आम आदमी पार्टी सहित अन्य दलों के नेताओं ने हाजिरी लगाई।
जगराओं (लुधियाना), जेएनएन। यहां हजारों किसानों ने स्थानीय नानकसर चौक जीटी रोड पर पहुंच सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक सड़क जाम करके विशाल रैली में भाग लिया। धरना प्रदर्शन के दौरान पहुंची आप विधायक सर्वजीत कौर माणूके को किसानों ने खूब निशाना साधा और वहां से जाने के लिए कह दिया।
किसानों को भारतीय किसान यूनियन एकता डकोंदा के जिला प्रधान हरदीप सिंह गालिब, ब्लॉक सचिव जगतार सिंह देहडका, जमहूरी किसान सभा के बलराज कोटउमरा, किरती किसान यूनियन से बलविंदर सिंह कोठे पोना, पंजाब किसान यूनियन के जिला प्रधान बूटा सिंह चकर, कामरेड हरदेव सिंह संधू, आढ़ती एसोसिएशन के जिला प्रधान राजकुमार भला, बार एसोसिएशन से महेंद्र सिंह सिधवां, इंकलाबी केंद्र पंजाब के सचिव कमलजीत खन्ना, समाजसेवी प्रीतम सिंह अखाड़ा, रविंद्र कुमार, बिजली कर्मचारियों के अगुआ चरणजीत सिंह आदि ने संबोधित किया। उन्होंने नए कृषि कानूनों को रद करवाने के लिए संघर्ष और तेज करने के साथ आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार रहने को कहा।
किसानों के धरने में कांग्रेस, आम आदमी पार्टी सहित अन्य दलों के नेताओं ने हाजिरी लगाई। इस मौके मार्केट कमेटी के चेयरमैन सतेंद्रपाल सिंह ग्रेवाल, रणजीत सिंह देहड़का, हुकम राज, परवार सिंह गालिब, राम शरण सिंह, करनैल सिंह, सुखविंदर सिंह, इंदरजीत सिंह और बलदेव कोहली समेत अन्य उपस्थित थे।
आप विधायक माणूके की हुई फजीहत
कृषि कानूनों को लेकर पंजाब की राजनीति गरमा गई है। सभी पार्टियों के नेता किसानों और मजदूरों के साथ सहानुभूति दिखाकर उन्हें अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। शुक्रवार को नानकसर रोड पर किसानों के धरने में आम आदमी पार्टी की विधायक सर्वजीत कौर माणूके भी साथियों समेत पहुंची। स्थिति उस समय पेचीदा हो गई जब एक वक्ता ने माणूके को आईना दिखाते हुए कहा कि अब वह किसानों में क्या लेने आई हैं। वक्ता ने कहा कि जब एक किसान नेता को झूठे केस में सजा सुनाई गई थी, तब किसान उनके पास फरियाद लेकर गए थे। उस समय विधायक ने कोरा जवाब दे दिया था और मेमोरेंडम भी नहीं लिया था। इसके बाद किसानों ने विधायक को वहां से जाने के लिए कह दिया।