Dussehra 2022: समय के साथ बदल रहा रामलीला का स्वरूप, अब LED के जरिए प्रसारित हो रही रामायण

नवदुर्गा मंदिर में रामलीला मंचन में यूपी के कलाकार प्रस्तुति दे रहे हैं। रामलीला मंचन का समय रात आठ से दस बजे तक है। इसके अलावा पैवेलियन माल में श्री रामलीला कमेटी सिविल लाइंस के तत्वावधान में आने वाले भक्तों के लिए विशाल एलईडी लगाई गई है।

By Krishan Gopal Edited By: Publish:Fri, 30 Sep 2022 02:04 PM (IST) Updated:Fri, 30 Sep 2022 02:04 PM (IST)
Dussehra 2022: समय के साथ बदल रहा रामलीला का स्वरूप, अब LED के जरिए प्रसारित हो रही रामायण
लुधियाना में रामलीला मंचन करते कलाकारl (जागरण)

कृष्ण गोपाल, लुधियाना। Dussehra 2022: जैसे-जैसे युग बदल रहा है, वैसे-वैसे त्योहारों का स्वरूप भी बदलता जा रहा है। पहले दशहरा व रामलीला का मंचन किया जाता था। लोग दूरदराज से आकर रामलीला मंचन देखा करते थे। आज रामानंद सागर की प्रसारित रामायण को एलईडी के माध्यम से लोगों को रूबरू कराया जा रहा है।

अब गिने चुने स्थानों पर ही रामलीला का मंचन देखा जा रहा है। श्री नवदुर्गा मंदिर, फोकल प्वाइंट दशहरा कमेटी, राजगुरु नगर, अग्र नगर, जमालपुर में इत्यादि। इसमें यूपी से कलाकार आकर आठ दिनों तक रामायण की व्याख्या को मंचन के जरिए प्रस्तुति देकर राम भक्तों को लुभा रहे हैं।

नवदुर्गा मंदिर में उत्तर प्रदेश के कलाकार दे रहे प्रस्तुति

इसी तरह नवदुर्गा मंदिर में रामलीला मंचन में यूपी के कलाकार प्रस्तुति दे रहे हैं। रामलीला मंचन का समय रात आठ से दस बजे तक है। इसके अलावा पैवेलियन माल में श्री रामलीला कमेटी सिविल लाइंस के तत्वावधान में आने वाले भक्तों के लिए विशाल एलईडी लगाई गई है। इसमें रामानंद सागर कृत रामायण को एलईडी पर प्रसारित किया जा रहा है। राजगुरु नगर, अग्र नगर, फोकल प्वाइंट आदि में रामलीला का मंचन किया जा रहा है।

उपकार नगर में भगवान राम सिंहासन डोले से हो रहा गुणगान

उपकार नगर दशहरा कमेटी की प्रधान चरणजीत चन्नी ने कहा कि पहले के समय में पंडाल बनाकर श्री रामलीला का मंचन किया जाता था। इस दौरान राजस्थान, यूपी से कलाकार आकर भगवान रामलीला का मंचन किया करते थे। अब उसका स्वरूप भगवान राम सिंहासन यात्रा डोले ने ले लिया है।

दशहरा पर्व पर यह भगवान राम के स्वरूप बने कलाकार श्री राम-रावण युद्ध के मंचन की प्रस्तुति देते हैं। डोले का समय सायं छह बजे से आरंभ होकर 7:30 बजे दशहरा मैदान पहुंचता है। डोले को देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ता है। अब भगवान राम सिंहासन डोले को लेकर भी लोगों में काफी उत्साह है।

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