लुधियाना को म‍िलीं 100 रैपिड टेस्‍ट किट्स, पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए लोगों की होगी जांच

डॉ. बग्गा ने कहा कि सेहत विभाग की टीम ने अब उन लोगों को भी ढूंढ लिया है जो एसीपी और इन सभी पॉजिटिव लोगों के संपर्क में आए हैं।

By Edited By: Publish:Sat, 18 Apr 2020 05:00 AM (IST) Updated:Sat, 18 Apr 2020 09:31 AM (IST)
लुधियाना को म‍िलीं 100 रैपिड टेस्‍ट किट्स, पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए लोगों की होगी जांच
लुधियाना को म‍िलीं 100 रैपिड टेस्‍ट किट्स, पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए लोगों की होगी जांच

लुधियाना, [आशा मेहता]। जिले के सेहत विभाग को कोविड 19 परीक्षण के लिए मिली सौ रैपिड टेस्ट किट्स का इस्तेमाल जिंदगी व मौत से जूझ रहे कोरोना पॉजिटिव एसीपी की पत्नी, बस्ती जोधेवाल की एसएचओ, डिस्ट्रिक मंडी ऑफिसर (डीएमओ) व कानूनगो के संपर्क में आए लोगों की जांच के लिए किया जाएगा। इसकी पुष्टि सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने की है। डॉ. बग्गा ने कहा कि सेहत विभाग की टीम ने अब उन लोगों को भी ढूंढ लिया है, जो एसीपी और इन सभी पॉजिटिव लोगों के संपर्क में आए हैं। 

उन्होंने कहा कि महिला एसएचओ व डीएमओ कई बार मंडी में एक साथ गई थीं। एक साथ कई बैठकें की हैं। हालांकि उस दौरान सभी ने फिजिकल डिस्टेंसिंग रखी थी। मगर, एक ही गाड़ी का इस्तेमाल किया गया। बंद गाड़ी में हवा न आने जाने की वजह से ये भी पॉजिटिव आ गए। हालांकि, यह सभी अभी सिम्टोमेटिक है, कोई विशेष लक्षण नहीं है। उन्होंने कहा कि रैपिड किट्स से पहले केवल सेंसेटिव टेस्ट करेंगे। इस किट्स की टेस्टिंग से पता लग जाएगा कि व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव है या नहीं। 

उन्होंने कहा कि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) ने कोविड-19 टेस्ट के लिए गाइडलाइन जारी की है। इस टेस्ट के लिए मरीज के खून का नमूना लेकर जांच की जाएगी। अगर किसी व्यक्ति का टेस्ट पॉजिटिव आता है, तो उसे तत्काल प्रभाव से अस्पताल में भर्ती करके जरूरी इलाज मुहैया करवाया जाएगा और उसके बाद सैंपल लैब में जांच के लिए भेजे जाएंगे। सिविल सर्जन ने कहा कि कोरोना वायरस को काबू करने के लिए पॉजिटिव आ चुके मरीजों के संपर्क को ढूंढते हुए टेस्टिंग को और बढ़ाया जाएगा, क्योंकि ज्यादातर संयुक्त परिवार में रहते हैं। अगर एक को भी हुआ, तो परिवार के दूसरे सदस्यों को संक्रमण होने की संभावना रहेगी। 

पांच दिन में हॉट स्पॉट इलाकों में 12,748 लोगों की जांच

सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने बताया कि सेहत विभाग की टीमों ने हॉट स्पॉट इलाकों में जाकर पांच दिनों में 12,748 लोगों की थर्मल स्‍क्रीनिंग की। अमरपुरा की कुल आबादी 7000 है, वहां 1488 घरों में 6044 लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा चुकी है। गांव चौंकीमान की कुल आबादी 3700 है। वहां 722 घरों में 3776 लोगों की थर्मल स्‍क्रीनिंग की जा चुकी है। गांव गुड़े की कुल आबादी 3430 है। वहां 622 घरों में 2928 लोगों की थर्मल स्‍क्रीनिंग की है।

डिस्ट्रिक्ट एपीडीमोलॉजिस्ट का तबादला रुका

दो दिन पहले डिस्ट्रिक्ट एपीडीमोलॉजिस्ट डॉ. रमेश का सब डिवीजनल अस्पताल फगवाड़ा में किया गया तबादला रोक दिया गया है। दरअसल, कोरोना वायरस का सैंपल लेने के लिए फगवाड़ा सब डिवीजनल अस्पताल में ईएनटी स्पेशिलस्ट की बेहद जरूरत है। वहीं, सूबे के ज्यादातर अस्पतालों में कोरोना वायरस मरीजों के सैंपल लेने में ईएनटी स्पेशलिस्ट की कमी आ रही है। इसलिए विभाग एडमिनिस्ट्रेटिव पोस्टों या डिस्पेंसरियों में तैनात ईएनटी स्पेशलिस्टों से काम लेने की कोशिश कर रहा है।

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