कैबिनेट मंत्री आशु की चेतावनी: पब्लिक परेशान हुई तो निगम अधिकारी भी चैन से नहीं बैठ पाएंगे

मंत्री ने साफ कर दिया कि अगर निगम दफ्तरों में पब्लिक परेशान हुई तो संबंधित अधिकारी भी चैन से नहीं बैठ पाएगा। सभी अधिकारी इस बात की गांठ मारकर रख लें कि पब्लिक दफ्तरों में धक्के न खाए।

By Vipin KumarEdited By: Publish:Sun, 30 May 2021 08:29 AM (IST) Updated:Sun, 30 May 2021 09:49 AM (IST)
कैबिनेट मंत्री आशु की चेतावनी: पब्लिक परेशान हुई तो निगम अधिकारी भी चैन से नहीं बैठ पाएंगे
कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु। (फाइल फाेटाे)

लुधियाना, जेएनएन। कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु नगर निगम के अधिकारियों को अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करने के लिए लगातार हिदायतें दे रहे हैं। निगम के जोन डी में शनिवार को अधिकारियों के साथ हुई बैठक में भी मंत्री ने साफ कर दिया कि अगर निगम दफ्तरों में पब्लिक परेशान हुई तो संबंधित अधिकारी भी चैन से नहीं बैठ पाएगा। सभी अधिकारी इस बात की गांठ मारकर रख लें कि पब्लिक दफ्तरों में धक्के न खाए। जिस अधिकारी की जिम्मेदारी होगी वही इसके लिए जवाबदेह भी होगा।

बैठक में मेयर बलकार सिंह संधू, सीनियर डिप्टी मेयर शाम सुंदर मल्होत्रा, निगम कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल, पार्षद ममता आशु, असिस्टेंट कमिश्नर व जोनल कमिश्नर भी शामिल थे। बैठक में प्रापर्टी की मालकियत बदलने, कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, स्लाटर हाउस, मार्डन वर्कशाप प्रोजेक्ट, सफाई व्यवस्था सहित कई मुद्दों पर चर्चा की। सेहत ब्रांच के अधिकारियों से कहा कि सैनिटरी इंस्पेक्टर से लेकर नोडल अफसर तक सभी की जिम्मेदारियां तय की जाएं। सीनियर अफसर नियमित तौर पर जांच करें ताकि ग्राउंड स्तर पर सफाई व्यवस्था दुरस्त हो सके। इस मामले में जीरो टालरेंस की नीति अपनाई जाए।

 कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से रहेगी नजर

असिस्टेंट कमिश्नर स्वाति टिवाणा ने बताया कि स्मार्ट सिटी के तहत तैयार किए गए कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का काम एक निजी कंपनी को सौंप दिया है। शहर में सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत लगे कैमरे व नगर निगम के सभी वाहनों व शहर के अन्य प्रोजेक्टों पर लगे कैमरों को कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से जोड़ा जाएगा।

प्रापर्टी होल्डर का नाम बदलने की प्रक्रिया होगी सरल

मंत्री आशु ने बैठक में कहा कि वे छह महीने से रिकार्ड में प्राॅपर्टी होल्डर का नाम बदलने की प्रक्रिया को आसान करने पर जो दे रहे हैं। अधिकारी इस पर टाल मटोल कर रहे हैं। शनिवार की बैठक में उन्होंने पूरा प्लान रख दिया। अधिकारियों से कहा कि इन केसों में आवेदक से हल्फनामा लें या इनडेमिनिटी बांड लें। अगर प्राॅपर्टी के सभी हकदार लिखकर दे देते हैं कि प्रापर्टी उनमें से किसी एक के नाम दर्ज की जाए तो उन्हें इसके लिए पब्लिकेशन के लिए न कहें। लोगों का यह काम 15 दिन में पूरा करके दिया जाए।

घोड़ा फैक्ट्री के पास बनेगी माॅडर्न वर्कशाॅप

मेयर बलकार सिंह संधू ने बैठक में बताया कि निगम के पास अब आधुनिक मशीनरी आ गई है। इसके रख रखाव के लिए माॅडर्न वर्कशाॅप की जरूरत है। जल्द इसका टेंडर जारी किया जाएगा।

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