शिअद सरपंच के पति के पक्ष में पंचायतों ने लगाया जाम

संवाद सहयोगी, माछीवाड़ा तखरा गांव सहित सात से च्यादा गांवों की पंचायतों के सदस्यों व गांववासियों न

By Edited By: Publish:Wed, 01 Oct 2014 01:00 AM (IST) Updated:Wed, 01 Oct 2014 01:00 AM (IST)
शिअद सरपंच के पति के पक्ष में पंचायतों ने लगाया जाम

संवाद सहयोगी, माछीवाड़ा

तखरा गांव सहित सात से च्यादा गांवों की पंचायतों के सदस्यों व गांववासियों ने एकजुट होकर लुधियाना-चंडीगढ़ मुख्य मार्ग पर नीलों के पुल पर दोनों ओर जाम लाकर धरना दिया। उनका कहना था कि जमालपुर पुलिस गोलीकांड में शामिल तखरा के अकाली सरपंच के पति गुरजीत सिंह सैम का कोई कसूर नहीं है। उन्हे नाजायज तौर पर फंसाया जा रहा है। वहीं इस केस में सस्पेंड किए गए एसएसपी खन्ना को भी गलत ढंग से सस्पेंड किया गया है। सुरजीत सिंह सैम को केस से निकालने व सरकार द्वारा बदमाशों का साथ देने के विरोध में लगाया गया धरना करीब एक घंटे बाद एसडीएम समराला व एसपी खन्ना को मांगपत्र देने के बाद समाप्त किया गया।

तखरां की महिला अकाली सरपंच व गुरजीत सिंह के भाई पीटर सिंह व जार्जी सिंह ने बताया कि गांव के दंगल मेले में मारपीट के बाद जबसे इन युवकों पर पुलिस ने धारा 307 के तहत माला दर्ज किया था, तभी से उनके परिवार को लगातार बदला लेने की धमकियां मिल रही थीं कि सभी को जान से मार देंगे। गांव भट्टियां, पूनियां, खोखरां, बोहापुर, हाडिया, गढ़ी तरखाना से आए दविंदर सिंह, प्रगट सिंह, निर्मल सिंह, बलराज सिंह, मेजर सिंह ने बताया कि गुरजीत सिंह तो इन युवकों को 307 के केस में पकड़वाने व पहचान करवाने के लिए पुलिस के साथ गया था। उन्हे मारने में इसका कोई रोल नहीं है। इसे तुरंत केस से बाहर किया जाए। ऐसा न करने तक गांव वालों ने संघर्ष जारी रखने का ऐलान भी किया। एसडीएम समराला अनुप्रीता जौहल व एसपी खन्ना एसपी सिंह द्वारा मांगपत्र लेने व मांगें सरकार तक पहुंचाने के आश्वासन के बाद लोगों ने जाम समाप्त किया। वहीं धरने व जाम की सूचना मिलते ही पुलिस फोर्स भी मौके पर पहुंच गई व टै्रफिक रूट डायवर्ट करके स्थिति पर काबू बनाए रखा।

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