हाथरस घटना के विरोध में रोष मार्च निकाला
फगवाड़ा में अलग-अलग संगठनों ने रोष मार्च निकाला
संवाद सहयोगी, फगवाड़ा : वाल्मीकि मजहबी सिख संघर्ष समिति की ओर से शनिवार को किए गए पंजाब बंद के ऐलान का असर शहर में देखने को मिला। शहर के सभी बाजार पूर्ण तौर पर बंद रहे। पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध कर रखे थे। बंद पूरी तरह से शातिपूर्ण रहा। शनिवार सुबह संघर्ष कमेटी के बैनर तले दर्जनों संगठनों के प्रतिनिधि भगवान वाल्मीकि मंदिर बंगा रोड पर एकत्रित हुए जहा से रोष मार्च शुरू हुआ। शहर के विभिन्न बाजारों से होते हुए रोष मार्च जीटी रोड बस स्टैंड के सामने पहुंचा जहां पर धरना देकर हाथरस की पीड़िता के लिए न्याय की माग की गई।
रोष मार्च में पूर्व कैबिनेट मंत्री जोगिंदर सिंह मान जोगिंद्र सिंह मान व ब्लाक काग्रेस फगवाड़ा देहाती के प्रधान दलजीत राजू भी शामिल हुए। वक्ताओं ने कहा कि हाथरस में अमानवीय अत्याचारों का शिकार बनी पीड़िता एक समाज अथवा प्रदेश की नहीं बल्कि पूरे देश की बेटी थी जिसे हर हाल में न्याय दिलाया जाएगा। पीड़िता को जीवित रहते भी अत्याचार का शिकार बनाया गया और मृत्यु के बाद भी रीति-रिवाज अनुसार अंतिम संस्कार नहीं होने दिया गया जो शर्मनाक है। यूपी सरकार लोगों का ध्यान इस घटना से पलटना चाहती है। यह आदोलन तब तक जारी रखा जाएगा जब तक पुलिस की ओर से गिरफ्तार किए गए आरोपितों को फासी की सजा नहीं मिल जाएगी। इस अवसर पर रंगरेटा दल, भीम सेना, बाबा जीवन सिंह दल, भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज, भारतीय वाल्मीकि आदि धर्म समाज, सेंट्रल भारतीय सभा (इंडिया), भगवान वाल्मीकि एक्शन कमेटी, जय भीम निगम इंप्लाइज यूनियन, आंबेडकर सेना मूल निवासी, आंबेडकर सेना पंजाब सहित सिख एवं मुस्लिम भाईचारे के प्रतिनिधियों में कृष्ण कुमार हीरो, धर्मवीर सेठी, सतीश सल्होत्रा, हरभजन सुमन, सुरिंद्र ढंडा, परमिंद्र बोध, विक्रम बघानिया, वरिंद्र कल्याण, अशोक सल्होत्रा, सतपाल मट्टू, काशिव रहमान, सुखदेव सिंह, अश्वनी बघानिया, मनीष चौधरी, तरलोक चंद, तुलसी राम खोसला, विक्की घई, सुरिंद्र ढंडा, मनजीत सिंह खालसा, हरप्रीत सोनू, लव अनार्य, संजीव मिंटा, डा. दर्शन कटारिया, राजू पंच भुल्लाराई, लेखराज नाहर, राजू भगतपुरा, रवि सिद्धू, अनु सहोता, दीप सिद्धू, जसविन्द्र कौर, सीमा थापर, मनप्रीत मानो, संदीप थापर आदि उपस्थित थे।