बायोमास से चलने वाले कोल्ड स्टोर में एक साल तक ताजा रहेंगी फल और सब्जियां

जिले के किसानों के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर बागबानी विभाग ने सरकारी बाग और नर्सरी में बिजली डीजल और कोयले के बिना सिर्फ बायोमास से चलने वाला कोल्ड स्टोर स्थापित किया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Jun 2019 01:53 AM (IST) Updated:Wed, 19 Jun 2019 01:53 AM (IST)
बायोमास से चलने वाले कोल्ड स्टोर में एक साल तक ताजा रहेंगी फल और सब्जियां
बायोमास से चलने वाले कोल्ड स्टोर में एक साल तक ताजा रहेंगी फल और सब्जियां

जागरण संवाददाता, कपूरथला : जिले के किसानों के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर बागबानी विभाग ने सरकारी बाग और नर्सरी में बिजली, डीजल और कोयले के बिना सिर्फ बायोमास से चलने वाला कोल्ड स्टोर स्थापित किया है। कोल्ड स्टोर में किसान एक साल तक मुफ्त में अपनी सब्जियां और फल स्टोर करके सीजन दौरान बाजार में उतार कर ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं। 15 मीट्रिक टन की क्षमता वाले इस कोल्ड स्टोर को बनाने में लगभग 35 लाख की लागत आई है। यह कोल्ड खास तौर पर खेती अवशेषों की सहायता से आटोमैटिक तरीके से चलेगा।

राज्य में कपूरथला व होशियारपुर में पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किए गए इस कोल्ड स्टोर में 10 मीट्रिक टन और 5 मीट्रिक टन की क्षमता वाले दो चैंबर हैं, जिसमें अलग-अलग तापमान पर सब्जियां सरंक्षित की जा सकती हैं। बागबानी विभाग के डिप्टी डायरेक्टर कुलिवंदर सिंह संधू ने बताया कि ईको फ्रैंडली होने के कारण इसका वातावरण पर कोई भी नाकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है। इसको चलाने के खर्चा भी ज्यादा नहीं हैं। इसको चलाने के लिए प्रतिदिन करीब 200 रुपये के आसपास रहता है, जबकि बिजली या डीजल से चलने वाले कोल्ड स्टोरों पर इससे कई गुणा ज्यादा खर्चा आता है।

अलग-अलग तापमान पर कई महीनों तक सुरक्षित रह सकती हैें सब्जियां और फल

डिप्टी डायरेक्टर कुलिवंदर सिंह संधू ने बताया कि कपूरथला जिला राज्य के सब्जी पैदा करने वाले जिलों में अग्रणी जिला है और लगभग 1800 हेक्टेयर क्षेत्र में सब्जियों की खेती की जाती है। उन्होंने कहा कि जिन दिनों में सब्जियों की काफी भरमार होती है, मंडियों में सब्जियां के ग्राहक और दाम नहीं होने के कारण खराब होना शुरू हो जाती हैं, उस समय उन सब्जियों को इस कोल्ड स्टोर में संरक्षित किया जा सकता है। क्षेत्र में ज्यादातर पैदा की जाने वाली सब्जियों गोभी, पत्ता गोभी, मटर, गाजर, खरबूजा, तरबूज, टमाटर, शिमला मिर्च, हरी मिर्च, मशरूम के अलावा फलों में आम, पपीता, केला, किन्नु, नाशपाती, बब्बुगोशा इत्यादि अलग-अलग तापमान पर कई महीनों तक सरंक्षित किए जा सकतें हैं। इससे पहले कोल्ड स्टोर का प्रयोग केवल आलू की फसल को स्टोर करने के लिए ही प्रयोग किया जाता था।

कोल्ड स्टोर का उद्घाटन करते हुए क्षेत्रीय विधायक राणा गुरजीत सिंह ने कहा कि कपूरथला जिले के किसान सब्जियों की बहुत अच्छी खेती करते हैं और इसके साथ ही खरबूजा और तरबूज की पैदावार के लिए भी कपूरथला देश भर में जाना जाता है। इस वजह से उनका अपने जिले में एक राष्ट्रीय स्तर की साफ सुथरी सब्जी मंडी बनाने का सपना है। राणा गुरजीत सिंह ने किसानों को पानी की बचत करने का आह्वान भी किया।

सरकार की स्कीमों का लाभ उठाएं किसान : डीसी

डीसी डीपीएस खरबंदा ने किसानों को आह्वान किया कि वे सरकार की तरफ से चलाई जा रही विभिन्न स्कीमों का लाभ उठाए। सरकार अनेक स्कीमों पर 35 फीसदी तक सब्सिडी दे रही है, जिसका लाभ लेकर किसान कनक व धान के फसली चक्कर से निकल कर एक लाख से आठ लाख तक पैदावार देने वाली फसलों की तरफ अपना ध्यान लगाए। इस मौके पर बागवानी विभाग के डिप्टी डायरेकटर केएस संधू ने राणा गुरजीत सिंह, डिप्टी कमिशनर डीपीएस खरबंदा, अन्य मेहमानों व किसानों का धन्यवाद किया।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप

chat bot
आपका साथी