घने बादलों के बीच बूंदाबांदी व सर्द हवाओं ने बढ़ाई ठिठुरन

दो दिन से हो रही हल्की बूंदाबांदी के बाद अचानक से मौसम ने करवट बदल ली है। इस सप्ताह सर्द हवाएं चलेंगी और इनके चलते तापमान में तीन डिग्री तक की गिरावट दर्ज किए जाने की उम्मीद है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Dec 2018 07:10 PM (IST) Updated:Wed, 12 Dec 2018 10:31 PM (IST)
घने बादलों के बीच बूंदाबांदी व सर्द हवाओं ने बढ़ाई ठिठुरन
घने बादलों के बीच बूंदाबांदी व सर्द हवाओं ने बढ़ाई ठिठुरन

जागरण संवाददाता, जालंधर : दो दिन से हो रही हल्की बूंदाबांदी के बाद अचानक से मौसम ने करवट बदल ली है। इस सप्ताह सर्द हवाएं चलेंगी और इनके चलते तापमान में तीन डिग्री तक की गिरावट दर्ज किए जाने की उम्मीद है। बुधवार को दिन में अधिकतम व न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी हुई, लेकिन शिमला में हुई बर्फबारी के बाद ठंडी हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी। शहर में मंगलवार रात से ही घने बादल छाने शुरू हो गए थे। रात के अंतिम पहर में बिजली की चमक के साथ बादलों की गड़गड़ाहट ने एक बार तो लोगों को ¨चता में डाल दिया। हालांकि बुधवार को दिनभर आसमान में घने बादल छाए रहे। दोपहर बाद हल्की बारिश भी हुई। इस बीच पहाड़ी राज्यों खासकर शिमला में हुई बर्फबारी के चलते तापमान में आंशिक सुधार के बावजूद सर्दी ज्यादा महसूस की गई।

मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को अधिकतम तापमान 21.8 डिग्री, जबकि न्यूनतम तापमान 11.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वीरवार से सुबह-शाम को कोहरा छाए रहने के साथ दिन में मौसम खुला रहने का अनुमान है, लेकिन आने वाले दिनों में अब तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जाएगी। शाम के समय ह्यूमिडिटी 90 प्रतिशत रिकॉर्ड की गई। मौसम विभाग के डायरेक्टर सु¨रदर के अनुसार इस सप्ताह तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जाएगी। न्यूनतम तामपान वीरवार रात से रविवार तक 4 डिग्री सेल्सियस तक जाएगा। वहीं अधिकतम 11.7 से 9 डिग्री तक आने की संभावना है।

इधर..रैन बसेरा बंद, लोग फुटपाथ पर

सर्दी बढ़ने के साथ ही दैनिक जागरण टीम ने बुधवार दोपहर में सिटी रेलवे स्टेशन से सटे दमोरिया पुल के नीचे रैन बसेरे पहुंची तो रैन बसेरे के बाहर कुंडी लगी थी, अंदर कोई भी नहीं था। पूरा हॉल खाली था। गंदगी से हॉल में बिस्तर भी बेहद गंदे नजर आ रहे थे। आसपास के लोगों का कहना था कि खाली रैन बसेरा रात के समय अपराधिक किस्म के तत्वों का बसेरा रहता है। ---

रैन बसेरे में कोई पहुंचा नहीं है, ये तो लोगों के आने पर ही डिपेंड हैं, लेकिन निगम के सभी रैन बसेरे काम कर रहे हैं, हर रैन बसेरे पर मुलाजिम तैनात रहता है।

-अश्वनी चौधरी एसई (बि¨ल्डग एंड रोड)

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