पाकिस्तान से आ रहे पानी से फिरोजपुर के टेंडीवाला बांध को खतरा, मरम्मत का काम तेज
सतलुज में पाकिस्तान की तरफ से आ रहे पानी के कारण भारत-पाक सीमा से सटे फिरोजपुर के गांव टेंडीवाला में बांध को खतरा पैदा हो गया है।
जेएनएन, जालंधर। सतलुज में पाकिस्तान की तरफ से आ रहे पानी के कारण भारत-पाक सीमा से सटे फिरोजपुर के गांव टेंडीवाला में बांध को खतरा पैदा हो गया है। हालांकि, सेना के जवानों, नहरी विभाग और ग्रामीणों ने बांध की दरार भरने को पूरी ताकत झोंक दी है, जिससे रविवार को फिरोजपुर के मक्खू व हुसैनीवाला के आसपास दरिया का पानी घटने लगा है। यहां दरिया के पानी का स्तर करीब डेढ़ फुट तक कम हो गया है। बांध की मरम्मत का काम युद्धस्तर पर जारी है। रेत के बैग क्षतिग्रस्त हिस्से पर लगाए जा रहे हैं।
गत दिवस हुसैनीवाला हेड से सिर्फ 65 हजार क्यूसिक पानी ही छोड़ा गया। हालांकि, फिरोजपुर के 21 व फाजिल्का के 18 गांव अब भी बाढ़ की चपेट में हैं। यहां अब बाढ़ की चपेट में आकर मरे पशुओं को हटाना मुश्किल हो रहा है। वहीं, पाकिस्तान ने भी अपने क्षेत्र से चमड़ा उद्योगों का पानी दरिया में छोड़ दिया है। इससे बाढ़ प्रभावित गांवों में बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ गया है।
डिप्टी कमिश्नर चंद्र गैंद ने बताया कि टेंडीवाला बॉर्डर का आखिरी गांव है, जहां पाकिस्तान की ओर से घूमकर आ रही सतलुज नदी में भारी मात्रा में पानी आ गया है। ऐसा पाकिस्तानी क्षेत्र में बनाए गए बांध से पानी रिवर्स होने के कारण हो रहा है। इस पानी के कारण गांव टेंडीवाला में सतलुज के बांध को नुकसान पहुंचा है। बांध का काफी हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है। आसपास के कुछ गांवों में एहतियात के तौर पर अनाउंसमेंट करवा दी गई है, ताकि किसी भी आपदा से निपटा जा सके।
रावी में जलस्तर बढ़ने से नाव बंद, 15 किमी घूमकर आ रहे लोग
रावी दरिया का जलस्तर बढऩे से रविवार को पठानकोट के नरोट जैमल सिंह के निकट कीड़ी पत्तन पर चलने वाली नाव बंद हो गई। इससे रावी से सटे गांवों के लोगों को पठानकोट आने के लिए 15 किलोमीटर अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है।
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