कोरोना वायरस के साथ बुजुर्गों और स्वाइन फ्लू के संदिग्धों पर स्वास्थ्य विभाग रखेगा नजर

स्वास्थ्य विभाग की डायरेक्टर डॉ. अवनीत कौर ने कहा कि कोरोना वायरस के अलावा स्वाइन फ्लू के संदिग्ध मरीजों को भी आइसोलेशन में रखा जाएगा।

By Edited By: Publish:Sun, 29 Mar 2020 12:53 AM (IST) Updated:Sun, 29 Mar 2020 04:40 PM (IST)
कोरोना वायरस के साथ बुजुर्गों और स्वाइन फ्लू के संदिग्धों पर स्वास्थ्य विभाग रखेगा नजर
कोरोना वायरस के साथ बुजुर्गों और स्वाइन फ्लू के संदिग्धों पर स्वास्थ्य विभाग रखेगा नजर

जालंधर, जेएनएन। कोरोना वायरस के मरीजों के संपर्क में आने के वाले लोगों के अलावा सेहत विभाग बुजुर्गों और स्वाइन फ्लू के संदिग्ध मरीजों पर भी निगरानी रखेगा। यह जानकारी विभाग की डायरेक्टर डॉ. अवनीत कौर ने डाक्टरों के साथ बैठक के दौरान दी। उन्होंने बताया कि स्वाइन फ्लू के मरीजों में भी कोरोना वायरस से संबंधित लक्षण हैं और इन बीमारियों का ज्यादा खतरा बुजुर्गों को है। लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए विभाग ने पुख्ता रणनीति तैयार की है। कोरोना वायरस के अलावा स्वाइन फ्लू के संदिग्ध मरीजों को भी आइसोलेशन में रखा जाएगा।

निजात्म नगर में सील इलाके का दायरा बढ़ाने की जरूरत

जालंधर: कोरोना वायरस को लेकर जिला प्रशासन की ओर से निजात्म नगर में केवल मरीज के घर के आसपास का इलाका ही सील किया हैं। इलाका निवासियों के अनुसार मरीज व उनके परिवार के सदस्य अक्सर आसपास की गलियों में भी जाते थे। वहां के बच्चे भी उनके बच्चों के संपर्क में थे। जिला प्रशासन को ज्यादा इलाके को सील कर सेहत विभाग से स्क्रीनिंग करवानी चाहिए। सिविल सर्जन डॉ. गु¨रदर कौर ने डीसी के समक्ष यह बात रखने को कहा है। 

नौ नए सैंपल भेजे, पुराने नौ मिले निगेटिव

सिविल सर्जन डॉ. गुरिंदर कौर चावला ने बताया कि शनिवार को सिविल अस्पताल के आइसोलेशन में दाखिल नौ नए संदिग्ध मरीजों के सैंपल जांच के लिए भेजे। जिले में सेंपलों की संख्या 81 तक पहुंच गई है। इनमें 44 निगेटिव तथा 32 की रिपोर्ट आनी बाकी है। जिले में पांच मरीजों को कोरोना वायरस होने की पुष्टि हुई है। सिविल अस्पताल में 36 संदिग्ध मरीज दाखिल है। शनिवार को सिविल अस्पताल में स्क्रीनिंग करवाने वालों की खासी भीड़ रही। इनमें निजात्म नगर इलाके के 18 और गोराया के गांव विरकां के 8 लोग शामिल है।

लोगों को करना पड़ रहा धूप में इंतजार

सिविल अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में जाकर जांच करवाने वालों को अस्पताल प्रशासन की असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। लोग धूप में ही खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते हैं। अस्पताल प्रशासन ने स्क्रीनिंग की अलग व्यवस्था नहीं की। शनिवार को ट्रॉमा सेंटर के बाहर खड़े होने के मामले को लेकर नर्सिंग स्टाफ व पुलिस मुलाजिमों में गहमा गहमी हुई।

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