रंगला वेहड़ा और कंपनी बांग की पार्किंग का टेंडर फेल, पार्किंग माफिया रोज कमा रहा 15 हजार

निगम द्वारा पार्किंग के इंतजाम न करने से कंपनी बाग चौक और रंगला वेहड़ा की साइट बंद होने से लोगों को गाड़ियां खड़ी करने के लिए जगह नहीं मिल रही।

By Edited By: Publish:Wed, 29 Jan 2020 02:06 AM (IST) Updated:Wed, 29 Jan 2020 10:20 AM (IST)
रंगला वेहड़ा और कंपनी बांग की पार्किंग का टेंडर फेल, पार्किंग माफिया रोज कमा रहा 15 हजार
रंगला वेहड़ा और कंपनी बांग की पार्किंग का टेंडर फेल, पार्किंग माफिया रोज कमा रहा 15 हजार

जालंधर, जेएनएन। नगर निगम के दो पार्किंग ठेकों की टेक्निकल बिड फेल हो गई है। रंगला वेहड़ा और कंपनी बाग चौक के लिए तीन-तीन ठेकेदारों ने टेंडर भरा था। इनमें से एक-एक ठेकेदार का आवेदन टेंडर की शर्तों पर पूरा नहीं उतरा। कम से कम तीन ठेकेदारों के होने की शर्त पूरी न होने के कारण दोनों के ठेके अलॉट नहीं किए गए। अब निगम यह टेंडर दोबारा लगाएगा। निगम द्वारा पार्किंग के इंतजाम न करने से कंपनी बाग चौक और रंगला वेहड़ा की साइट बंद होने से लोगों को गाड़ियां खड़ी करने के लिए जगह नहीं मिल रही। वहीं, टेंडर फेल होने से पार्किंग माफिया एक्टिव हो रहा है।

एक महीने से 25 पार्किग साइट्स के लिए नहीं मिल रहे ठेकेदार

नगर निगम ने एक महीने पहले 25 पार्किंग साइट्स के टेंडर लगाए थे। इनमें से 23 साइट्स के लिए तीन से कम ठेकेदारों ने अप्लाई किया था, जिस कारण यह टेंडर ओपन नहीं किए जा सकते थे। कंपनी बाग और रंगला वेहड़ा की पार्किंग साइट्स के लिए तीन-तीन ठेकेदारों के दावे आए थे, लेकिन छह दिन तक चली दस्तावेजों के जांच के बाद कमियां मिलने पर टेंडर रद कर दिया गया है। नगर निगम के तहबाजारी सुपरिंटेंडेंट मनदीप सिंह ने कहा कि अब सभी साइट्स के टेंडर दोबारा लगाए जाएंगे। सभी पार्किंग ई-ऑक्शन के जरिए ही ठेके पर दी जानी हैं। सभी साइट्स से निगम को 2.50 करोड़ रुपये सालाना मिल सकते हैं।

पार्किंग ठेका होने से शहर का ट्रैफिक सिस्टम भी सुधरेगा। तय की गई साइट्स की क्षमता एक समय में 800 कारें और करीब 2 हजार टू-व्हीलर खड़े होने की है। अगर रोटेशन में गिनती की जाए तो एक दिन में 5 हजार कारें और करीब 10 हजार दोपहिया वाहन खड़े होने की क्षमता है। कार खड़ी करने की फीस 30 रुपये और टूव्हीलर की 10 रुपए रहेगी।

रंगला वेहड़ा इलाके में माफिया रोज कमा रहे 15 हजार

नगर निगम की पार्किंग साइट्स का ठेका अलॉट न होने से भगवान वाल्मीकि चौक के पास पार्किंग माफिया फिर से सक्रिय हो गया है। रंगला वेहड़ा के फ्रंट और बैकसाइड के साथ-साथ आसपास की इलाकों में सड़कों पर गाड़ियां खड़ी करने के लिए फीस ली जा रही है। इस पार्किंग माफिया ने पहले रंगला वेहड़ा की अंडरग्राउंड पार्किंग पर कब्जा किया हुआ था लेकिन मीडिया में मुद्दा बनने के बाद पार्किंग माफिया अंडरग्राउंड हो गया था। अब माफिया फिर बाहर आने लगा है। रंगला वेहड़ा के आसपास करीब 50 गाड़ियां एक समय में सड़कों पर खड़ी की जा रही हैं। दिन में यह गिनती 300 से 500 के बीच होती है और माफिया एक दिन में करीब 15 हजार रुपए जेब में डाल रहा है। सड़कों पर गाड़ी खड़ी करके ही माफिया महीने में 3 से 4 लाख कमा रहा है। इसका हिस्सा सत्तारुढ़ नेताओं तक जा रहा है।

कंपनी बाग चौक में गाड़ियां खड़ी न करने से परेशानी

कंपनी बाग चौक में नगर निगम की अंडरग्राउंड पार्किंग बंद होने से लोगों को परेशानी हो रही है। एक महीना पहले पार्किंग का ठेका खत्म होने पर निगम ने साइट्स का कब्जा ले लिया था। एक महीना पहले पार्किंग बंद कर दी थी लेकिन आसपास के तंग इलाकों के लोगों की मांग पर पार्किंग को सिर्फ महीना भर गाड़ी खड़ी करने वालों के लिए खोल दिया था लेकिन रुटीन में गाड़ी खड़ी नहीं की जा रही। इससे दिलकुशां मार्केट और आसपास के दुकानदारों, कारोबारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई बार यह मांग कर चुके हैं कि पार्किंग को खोला जाए। इन लोगों को सड़कों पर गाड़ियां खड़ी करनी पड़ रही है जहां ट्रैफिक पुलिस की कार्रवाई का खतरा बना रहता है।

पार्किंग की साइट्स 

प्राइम टावर के सामने, सर्वोदय अस्पताल के बाहर 2 जगह, होटल कंट्री इन के पास, बस स्टैंड के पास, नरिंदर सिनेमा के सामने, ग्लासी जंक्शन के सामने, होटल प्रेजिडेंट के पास, कमल पैलेस के बाहर, होटल रेडिसन के पास 2 जगह, किंग्स होटल के सामने, सदर थाने के सामने आरओबी के नीचे 2 जगह, बीएमसी चौक के पास सतनाम मोटर के सामने, जीटी रोड पर गोबिंद निवास के सामने, लियो होटल के सामने, मॉडल टाउन में सरकारी स्कूल के साथ, सर्किट हाउस के सामने एसबीआई के बाहर, मून लाइट पब के सामने, जीटी रोड पर आईसीआईसीआई बैंक के सामने, शक्ति टावर के सामने, अपेक्स टावर के सामने, रंगला वेहड़ा और नगर निगम गेट के साथ कंपनी बाग की पार्किंग।

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