रेस्टोरेंट के कैटरर का ठेका खत्म, खाना नहीं मिलने से क्लब सदस्य परेशान दिखे
कैटरर का ठेका खत्म होने से सदस्यों को परेशानी उठानी पड़ी।
जागरण संवाददाता, जालंधर : शहर के प्रतिष्ठित जिमखाना क्लब में मेन रेस्टोरेंट के कैटरर का ठेका खत्म होने से सदस्यों को परेशानी उठानी पड़ी। रेस्टोरेंट में सदस्यों को खाना नहीं मिल पाया। जिससे सदस्य नाराज दिखे। सदस्यों की नाराजगी देखते हुए क्लब मैनजमेंट ने रूफटॉप रेस्टोरेंट के कैटरर को निर्देश दिया कि वह रेस्टोरेंट में भी सदस्यों को खाना उपलब्ध करवाए।
रूफटॉप रेस्टोरेंट के कैटरर ने सर्विस तो दी लेकिन रेट में काफी ज्यादा फर्क होने से सदस्यों ने इस पर ऐतराज जताया। एक सदस्य ने तो एक प्रोडक्ट के रेट में चार गुणा तक अंतर होने पर नाराजगी जताई। रेस्टोरेंट में कैटरिग का ठेका लेने वाले कैटरर का ठेका 30 नवंबर तक ही था। रविवार एक दिसंबर को कैटरर नहीं था। रविवार को क्लब में सबसे ज्यादा भीड़ होती है। इससे दो अन्य कैटरर पर पहले से ही दबाव था, ऐसे में तीसरे रेस्टोरेंट में फूड की सप्लाई देने से सर्विस भी प्रभावित हुई। जिस रेस्टोरेंट के कैटरर का ठेका खत्म हुआ है वहां नया कैटरर सोमवार को चार्ज संभाल लेगा। यह कांटेक्टर दिल्ली से है। यह भी चर्चा है कि रेस्टोरेंट का पुनर्निर्माण किया जाएगा। करीबी को कैटरिग का कांट्रैक्ट देने का आरोप
जिमखाना क्लब में नए कैटरर के आने के साथ ही नए आरोप भी लगने लगे हैं। मैनजमेंट के कई पदाधिकारी नए कैटरर के खिलाफ हैं लेकिन अभी खुल कर नहीं बोल रहे हैं। यह आरोप सामने आ रहे हैं कि क्लब सेक्रेटरी तरुण सिक्का ने अपने करीबी रिश्तेदार को कैटरिग का कांटैक्ट दे दिया है। यह भी आरोप है कि जो कैटरर पहले काम कर रहा था उसका काम भी अच्छा था। इस मुद्दे को लेकर पदाधिकारी सेक्रेटरी के खिलाफ मोर्चा खोलने की रणनीति बना रहे हैं और एक-दो दिनों में नाराजगी सार्वजनिक हो सकती है। इससे पहले भी यह आरोप लगते रहे हैं कि क्लब की कमेटियों में सेक्रेटरी तरुण सिक्का ने अपनी मर्जी से बदलाव किया है और किसी की राय तक नहीं ली। सिक्का पर यह भी आरोप है कि उन्होंने क्लब की मेन कमेटियों में भी करीबी साथियों को चेयरमैन बना दिया। मेरिट पर दिया है ठेका : तरुण सिक्का
करीबी को कांटेक्ट देने के आरोप पर जिमखाना क्लब के ऑनरेरी सेक्रेटरी तरुण सिक्का ने कहा कि शहरदारी है और संबंध भी देखे जाते हैं। अगर कोई करीबी अच्छा काम करता है तो उससे काम करवाने में क्या हर्ज है। जिसे कांटैंक्ट दिया गया है वह दिल्ली का कैटरर है। काम का तजुर्बा काफी है और यहां तक कि यह कैटरर प्रधानमंत्री की उपस्थिति वाले बड़े कार्यक्रम भी कर चुका है। ठेका पूरी तरह से मेरिट के आधार पर दिया गया है। किसी के अच्छे काम को सिर्फ इसलिए अनदेखा नहीं किया जा सकता कि वे आपका अच्छा जानकार है।