स्कूल खुले पर कालेजों को अभी लगेगा समय, प्रिंसिपल्स कर रहे सरकारी गाइडलाइंस का इंतजार
राज्य सरकार की तरफ से 15 अक्टूबर से स्कूल व कालेजों को खोलने के लिए हिदायतें जारी कर दी गई थी जिसके बाद शिक्षा विभाग ने स्कूलों को खोलने के लिए एसओपी जारी कर दी थी जिसके तहत 19 अक्टूबर से स्कूल खुल गए थे।
जालंधर, [अंकित शर्मा]। अनलाक-5 के तहत सरकारी स्कूल खुले गए हैं,जबकि अभी कालेज नहीं खुल रहे हैं। उन्हें खोलने के लिए शहर के कालेजों के प्रमुख हायर एजुकेशन की हिदायतों का इंतजार कर रहे हैं। राज्य सरकार की तरफ से 15 अक्टूबर से स्कूल व कालेजों को खोलने के लिए हिदायतें जारी कर दी गई थी, जिसके बाद शिक्षा विभाग ने स्कूलों को खोलने के लिए एसओपी जारी कर दी थी, जिसके तहत 19 अक्टूबर से स्कूल खुल गए थे। एक सप्ताह से अधिक समय बीत जाने के बावजूद अभी तक कालेजों के लिए एसओपी जारी नहीं की गई है।
यही कारण है कि कालेजों की तरफ से अपने अधीन चल रहे 11वीं और 12वीं के विद्यार्थियों को अभिभावकों से मंजूरी लेने के लिए पत्र भेजे हैं, मगर उनका भी अच्छा रिस्पांस न आने की वजह से आनलाइन क्लासें ही चलाई जा रही हैं। यही कारण है कि अभिभावकों के मंजूरी पत्र न मिल पाने की वजह से कालेज प्रबंधक कमेटियां कालेजों को खोलने संबंधी फैसला नहीं ले पा रही हैं।
तीसरे और पांचवें सेमेस्टर की यूनिवर्सिटी परीक्षाएं दिसंबर को
गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी की तरफ से तीसरे और पांचवें सेमेस्टर की यूनिवर्सिटी परीक्षाएं लेने संबंधी आदेश जारी किए हुए हैं। जिसके तहत ही कालेजों की तरफ से विद्यार्थियों को आनलाइन कक्षाओं और उनके रजिस्टर्ड मोबाइल फोन नंबर पर परीक्षाओं की जानकारी भेजी जा रही है।
लायलपुर खालसा कालेज के प्रिंसिपल गुरपिंदर सिंह समरा कहते हैं कि फिलहाल कालेजों को खोलने को लेकर हिदायतों का इंतजार किया जा रहा है। फिलहाल कालेजिएट सेक्शन को खोलने के लिए अभिभावकों के मंजूरी पत्र नहीं आ रहे हैं।
एचएमवी की प्रिंसिपल डा. अजय सरीन का कहना है कि कालेजों को खोलने संबंधी अभी किसी प्रकार की हिदायतें जारी नहीं की गई है, अभी तक महज स्कूलों को खोलने के ही आदेश आए हैं।