इंप्रूवमेंट ट्रस्ट काे नेशनल कंज्यूमर कमिशन का झटका, 25 केसों में याचिका खारिज, चुकाने होंगे 15 करोड़

इंप्रूवमेंट ट्रस्ट को अब नेशनल कंज्यूमर कमिशन से भी राहत नहीं मिली है। कमिशन ने आदेश दिया है कि प्लॉट लेने वाले लोगों को उनकी मूल राशि नौ फीसद ब्याज सहित वापस की जाए।

By Edited By: Publish:Wed, 02 Sep 2020 06:48 AM (IST) Updated:Wed, 02 Sep 2020 09:19 AM (IST)
इंप्रूवमेंट ट्रस्ट काे नेशनल कंज्यूमर कमिशन का झटका, 25 केसों में याचिका खारिज, चुकाने होंगे 15 करोड़
इंप्रूवमेंट ट्रस्ट काे नेशनल कंज्यूमर कमिशन का झटका, 25 केसों में याचिका खारिज, चुकाने होंगे 15 करोड़

जालंधर, जेएनएन। इंप्रूवमेंट ट्रस्ट को अब नेशनल कंज्यूमर कमिशन से बड़ा झटका लगा है। सूर्या एन्क्लेव एक्सटेंशन के 25 प्लॉट अलॉटियों के केस में नेशनल कंज्यूमर कमिशन ने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की सभी याचिकाएं खारिज कर दी हैं। इंप्रूवमेंट ट्रस्ट को अब सभी अलॉटियों को कुल 15 करोड़ रुपये का भुगतान करने होगा। प्लॉट का कब्जा न मिलने पर 25 लोग स्टेट कंज्यूमर कमिशन गए थे।

स्टेट कमिशन में सभी 25 अलॉटियों के पक्ष में फैसला आया था। फिर ट्रस्ट ने इसके खिलाफ नेशनल कंज्यूमर कमिशन में याचिका दायर की थी, लेकिन नेशनल कमिशन ने सभी 25 मामलों में ट्रस्ट की याचिका खारिज कर दी है। अब इन सभी को ब्याज समेत मूल राशि लौटानी होगी।

बीबी भानी कांप्लेक्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान दर्शन सिंह आहूजा ने बताया ट्रस्ट की सभी याचिकाओं को खारिज करते हुए कमिशन ने आदेश दिया है कि प्लॉट लेने वाले लोगों को उनकी मूल राशि नौ फीसद ब्याज सहित वापस की जाए। इसके तहत इंप्रूवमेंट ट्रस्ट को अब मूल राशि 9.41 करोड़ रुपये, 5.50 करोड़ ब्याज, पांच लाख कानूनी फीस के रूप में देनी होगी।

लोगों की परेशानी समझ ही नहीं पा रहे मेयर : सुनील ज्योति

पूर्व मेयर सुनील ज्योति ने ठेकेदारों को 9.30 करोड़ का भुगतान करके अपनी पीठ थपथपाने पर मेयर जगदीश राजा की आलोचना की है। ज्योति ने कहा कि ठेकेदारों का पूरा भुगतान कर देना गलत नहीं है, लेकिन मेयर यह भी बताएं कि इस पैसा आया कहां से।

ज्योति ने कहा कि केंद्र सरकार ने 13 करोड़ रुपये फाइनांस कमिशन के फंड के तहत भेजे हैं। इसमें से ठेकेदारों काे भुगतान कर दिया है। ऐसे में अब वे विकास कार्य प्रभावित होंगे, जिनके लिए ये फंड आया था। इसी तरह फंड का दुरुपयोग किया जा रहा है, जिससे विकास कार्य नहीं हो पा रहे। मेयर समझ ही नहीं पा रहे हैं कि शहर की जनता कितनी परेशान हो गई है। आने वाले समय में जब लोग कांग्रेस से हिसाब मांगेंगे तो कांग्रेस के पास कोई जवाब नहीं होगा।

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