उद्योगपतियों की डगमगाई आस, वैट रिफंड बनेगा चुनाव में गले की फांस

उद्योगपतियों का अटका पड़ा वैट रिफंड लोकसभा चुनाव-2019 में कांग्रेस के गले की फांस बन सकता है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Aug 2018 08:57 PM (IST) Updated:Wed, 08 Aug 2018 10:50 AM (IST)
उद्योगपतियों की डगमगाई आस, वैट रिफंड बनेगा चुनाव में गले की फांस
उद्योगपतियों की डगमगाई आस, वैट रिफंड बनेगा चुनाव में गले की फांस

मनुपाल शर्मा, जालंधर : 7 जून को जालंधर में उद्योग मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा ने घोषणा की थी कि सरकार प्रत्येक 2 माह में 300 करोड़ का वैट रिफंड देगी। घोषणा के 2 माह बीत जाने के बाद कारोबारियों के हाथ खाली हैं। उद्योगपतियों का अटका पड़ा वैट रिफंड लोकसभा चुनाव-2019 में कांग्रेस के गले की फांस बन सकता है। अकेले जालंधर के उद्योगपतियों का ही 100 करोड़ से ज्यादा वैट रिफंड अटका है। पूरे पंजाब काआंकड़ा 800 करोड़ से ज्यादा का है। वैट रिफंड अदायगी को लेकर उद्योग एवं व्यापार से संबंधित संगठन लगातार सरकार को ज्ञापन सौंप रहे हैं, पर सिवाय कोरे आश्वासन के कुछ नहीं मिला।

दरअसल, वैट रिफंड न मिलने से उद्योगपतियों की वर्किग कैपिटल सरकार के पास फंसी हुई है। उद्यमियों का कहना है कि उनके लिए बैंकों से लिए गए लोन का ब्याज भर पाना भी मुश्किल हो गया है। हालात बद से बदतर हो चले हैं, रोजमर्रा के खर्च भी नहीं चल पा रहे हैं। इसके चलते उनका सरकार से मोहभंग होने लगा है।

उद्योगपतियों को वैट रिफंड दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे ज्वाइंट एक्शन कमेटी के कन्वीनर गुरशरण ¨सह ने कहा कि उद्योग बिना पैसे के नहीं चल सकते हैं। वैट रिफंड न मिलने के चलते औद्योगिक इकाइयां तालाबंदी की कगार पर पहुंच गई हैं। इसकी जिम्मेदार सिर्फ सरकार है। उद्योग मंत्री दो माह पहले घोषणा कर गए थे पर रिफंड नहीं मिला। राजनीति और समर्थन तो तब करेंगे, जब आजीविका चलेगी। इंडस्ट्री के हालात तो बद से बदतर हो गए हैं। 35 लाख रुपए वैट रिफंड के फंसे हैं। मसला लाखों का नहीं, बल्कि उस वर्किंग कैपिटल का है, जो उद्योग को चला रहा है। संभव है जिस उद्योगपति का 2 लाख वैट रिफंड फंसा है, उसी से उसका यूनिट चल रहा हो। 2 लाख का वैट रिफंड न मिलने से ही यूनिट बंद हो सकता है। उद्योग में तालाबंदी के हालात हैं, सरकार को समझना होगा।

-सूबा ¨सह, उद्योगपति। लगभग 15 लाख रुपए वैट रिफंड के फंसे हैं और इसी की वजह से सारा व्यापार प्रभावित है। बैंकों के ब्याज देने पड़ रहे हैं और आर्थिक स्थिति ऐसी हो गई है कि रोजमर्रा का खर्च निकाल पाना असंभव होने लगा है।

-राज कुमार शर्मा, उद्योगपति लगभग 25 लाख रुपए का वैट रिफंड सरकार के पास फंसा पड़ा है। वैट रिफंड मिलने में जितनी देर हो रही है, इंडस्ट्री की हालत उतनी ही पतली होती जा रही है। सरकार तो किश्तों में पैसे जारी कर रही है, लेकिन इंडस्ट्री के लिए अपना खर्च चला पाना ही मुश्किल हो गया है।

-राजेश लांबा, उद्यमी

इसी माह रिलीज हो रहे 100 करोड़ : उद्योग मंत्री अरोड़ा

उद्योग मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा ने कहा कि उनके पास वैट रिफंड से संबंधित 135-140 करोड़ के बिल क्लीयर होकर आए हैं। इसी माह 100 करोड़ वैट रिफंड रिलीज किया जा रहा है। 50 करोड़ रुपये अगले माह रिलीज कर दिए जाएंगे। पूरी संभावना है कि दिसंबर तक सारे लंबित वैट रिफंड की अदायगी कर दी जाएगी।

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