कोविड सेंटर में खुद वेस्ट इकट्ठा करेगा स्मार्ट डस्टबिन

एलपीयू के विद्यार्थियों और शिक्षकों ने स्मार्ट डस्टबिन बनाया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Apr 2020 09:20 PM (IST) Updated:Fri, 10 Apr 2020 06:09 AM (IST)
कोविड सेंटर में खुद वेस्ट इकट्ठा करेगा स्मार्ट डस्टबिन
कोविड सेंटर में खुद वेस्ट इकट्ठा करेगा स्मार्ट डस्टबिन

जागरण संवाददाता, जालंधर : लवली प्रोवेशनल यूनिवर्सिटी से बीटेक सेमेस्टर तीन के विद्यार्थियों और शिक्षकों ने मिलकर स्मार्ट डस्टबिन बनाया गया है। स्मार्ट डस्टबिन को अस्पतालों में बनाए गए कोविड सेंटरों में स्थापित करके फ्रंट लाइन वर्करों को सुरक्षित वातावरण दे सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस स्मार्ट डस्टबिन 'एली' को वॉयस कमांड के जरिए ऑपरेट किया जा सकता है। यह डस्टबिन तीन फीट लंबा और 1.5 फीट चौड़ा है, जिसमें सेंसर लगे हुए हैं, जिसकी मदद से डस्टबिन सेंटर में प्रवेश करके मेडिकल वेस्ट को इकट्ठा कर सकता है। इससे वर्कर संक्रमण से भी बचे रह सकते हैं।

साइंस एंड टेक्नोलॉजी के कार्यकारी डीन लवी राज गुप्ता बताते हैं कि वॉयस कमांड का उपयोग करके इस स्मार्ट डस्टबिन का इस्तेमाल किया जा सकता है। उदाहरण के तौर पर अस्पताल के बेड नंबर-18 में कचरा जमा हुआ है। डस्टबिन को कमांड देने पर डस्टबिन अपने इनडोर मैपिग एल्गोरिदम का उपयोग करते हुए सीधे उसी स्थान पर जाएगा। शोधकर्ताओं ने रास्पबेरी पाई (एक क्रेडिट कार्ड के आकार के छोटे कम्प्यूटर) और एटमेगा 2560 व कम शक्ति वाले माईक्रो कंट्रोलर का उपयोग किया है। कचरे को इकट्ठा करने के बाद डस्टबिन पहले से निर्धारित की हुई जगह पर लौट आएगा।

इस रिसर्च टीम में बीटेक सेमेस्टर-तीन के छात्र प्रबिन कुमार दास, वंका विनय कुमार, केएम वैष्णवी गुप्ता, प्रो. राजेश सिंह और अनीता गहलोत शामिल हैं। वे कहते हैं कि इस प्रोजेक्ट की कीमत लगभग 20 हजार रुपये हैं और इसके लिए इंडस्ट्रीयल पार्टनर की तलाश की जा रही है और इसकी कीमत में लगभग 25 प्रतिशत की गिरावट आएगी। दो माह में ये डस्टबिन मार्केट में आ जाएगा।

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