गर्मी में देर शाम निकलता है ग्राहक, जालंधर में दुकानदारों ने मांगी रात तक दुकानें खोलने की अनुमति

जालंधर में दुकानदार प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि सुबह के बजाय रात के समय तक दुकानें खुलने की टाइमिंग को बढ़ाया जाए। कारण दिन के समय ग्राहक ज्यादा न होने की वजह से दुकानदारी नहीं चल पा रही है।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 09:39 AM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 09:39 AM (IST)
गर्मी में देर शाम निकलता है ग्राहक, जालंधर में दुकानदारों ने मांगी रात तक दुकानें खोलने की अनुमति
जालंधर में दुकानदारों को खर्चे पूरे न होने की वजह से चिंता सता रही है।

जालंधर, जेएनएन। कोरोना काल में राहत मिलने के साथ ही दुकानदारों की आस भी जगी है कि हालात जल्द सुधर सकते हैं। अब उनकी प्रशासन से यही मांग है कि सुबह के बजाय रात के समय तक दुकानें खुलने की टाइमिंग को बढ़ाया जाए। कारण, दिन के समय ग्राहक ज्यादा न होने की वजह से दुकानदारी नहीं चल पा रही है। खर्चे भी पूरे न होने की वजह से चिंता सता रही है। दैनिक जागरण के फेसबुक लाइव कार्यक्रम में लाडोवाली रोड मार्केट के दुकानदारों ने कहा कि सरकार उनकी सुनवाई करे।

----------

कोरोना की वजह से लगे लाकडाउन के कारण लंबे समय से काम नहीं है। शाम के समय में ग्राहक आता है, मगर तब तक दुकानें बंद करनी पड़ती हैं। दुकानें शाम के समय थोड़ी ज्यादा देर तक खोलने रखने की मंजूरी देनी चाहिए।

रविंदर वर्मा

------

कामकाज पूरी तरह से मंदा है। दुकान खोल कर बैठे रहो और ग्राहक ही नहीं आ रहे हैं। हालात यह हो गए हैं कि बिजली, पानी के बिल और दुकान का किराया देने के लिए भी खर्चा नहीं निकल पा रहा है। प्रशासन उनके बारे में सोचे।

विनोद कुमार, ढाबा मालिक

----------

100 फीसद में से महज 20 फीसद ही काम रह गया है। दुकान के खर्चे तक नहीं निकल पा रहे हैं। हालात जल्द से जल्द सुधरे यही आस है। सरकार इस समय सबके बारे में सोचे, नहीं तो रोटी-दाल का इंतजाम करना भी मुश्किल हो जाएगा।

संजीव बत्तरा, बत्तरा जरनल स्टोर

-----------

अभी तक के तो हालात बेहद खराब रहे हैं। जिसने दुकान से ही घर खर्च चलाना है, उसके लिए मुश्किलें बढ़ी हैं। अब यही उम्मीद है कि जल्द से जल्द हालात सुधरे और देर शाम तक दुकानें खोलने की इजाजत मिले।

जगजीत कौर

------

अभी तक के हालात तो किसी से छुपे नहीं हैं। अब आगे यही उम्मीद है कि हालात जल्द से जल्द सुधरे, ताकि जिंदगी की रफ्तार फिर से पटरी पर लौटे। सरकार को दुकानदारों को और राहत देनी चाहिए, ताकि उनका काम चलता रहे।

अविनाश

-----------

कामकाज तो थोड़ा चलने लगा है, मगर महज 20 फीसद ही। कारण दुकानें खोले रखने का समय शाम छह बजे तक का है। जब यह टाइम बढ़ेगा तो ग्राहक भी आने लगेंगे। प्रशासन को चाहिए कि शाम के समय को बढ़ाए, ताकि दुकानदारों को राहत मिल सके।

कौशल

-----------

शाम छह बजे के बाद कर्फ्यू लग जाता है, जबकि उनके पास कोरोना काल से पहले भी गाडिय़ां सर्विस के लिए शाम के समय ही आती थी। अगर कोई दफ्तर गया है तो वो घर लौटते समय ही गाड़ी सर्विस स्टेशन पर छोड़ेगा।

यश, मोटर सर्विस स्टेशन

--------

शाम के समय ही ग्राहक आते हैं, मगर तब तक कफ्र्यू शुरू हो जाने की वजह से इक्का-दुक्का ग्राहक ही आते हैं। वो सरकार को सारा टैक्स समय पर देते हैं, ऐसे में अब इस परिस्थिति में उनका ध्यान रखना भी सरकार का फर्ज है।

शामलाल

-------

सर्विस स्टेशन में गाडिय़ां अब इक्का-दुक्का ही आती हैं, क्योंकि शाम छह बजे के बाद कफ्र्यू शुरू हो जाता है। अब सुबह के दो घंटे कम करके रात के आठ व नौ बजे तक का समय कर देना चाहिए। तभी दुकानदारों को राहत मिलेगी।

सन्नी

--------

दिन के समय से कोई भी ग्राहक नहीं आता है। लोग फास्ट फूड खाने के लिए शाम के समय ही निकलते हैं, मगर शाम छह बजे के बाद तो कफ्र्यू लग जाता है। इस वजह से यह समय बेहद कठिनाइयों भरा है। प्रशासन शाम को राहत दे।

नरिंदर, फास्ट फूड कार्नर

chat bot
आपका साथी