PAP Flyover का काम तय समय में पूरा करवाने को लेकर DC सख्त, साइट पर पहुंच अफसरों को लगाई फटकार

शहर के निर्माणाधीन पीएपी फ्लाईओवर का काम निर्धारित 31 मार्च की अंतिम समय सीमा तक हर हाल में कंप्लीट करवाने को लेकर डिप्टी कमिश्नर वरिंदर कुमार शर्मा खासा कड़ा रुख अपनाए हुए हैं।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Sat, 23 Mar 2019 05:32 PM (IST) Updated:Sun, 24 Mar 2019 09:44 AM (IST)
PAP Flyover का काम तय समय में पूरा करवाने को लेकर DC सख्त, साइट पर पहुंच अफसरों को लगाई फटकार
PAP Flyover का काम तय समय में पूरा करवाने को लेकर DC सख्त, साइट पर पहुंच अफसरों को लगाई फटकार

जागरण संवाददाता, जालंधर। शहर के निर्माणाधीन पीएपी फ्लाईओवर का काम निर्धारित 31 मार्च की अंतिम समय सीमा तक हर हाल में कंप्लीट करवाने को लेकर डिप्टी कमिश्नर वरिंदर कुमार शर्मा खासा कड़ा रुख अपनाए हुए हैं। दैनिक जागरण की तरफ से शनिवार को ही जालंधर पानीपत सिक्स लेन हाईवे का निर्माण कर रही निजी कंपनी की तरफ से फ्लाईओवर निर्माण में दिखाई जा रही लापरवाही संबंधी समाचार प्रकाशित होने के बाद डिप्टी कमिश्नर ने शनिवार दोपहर को ही निर्माण साइट का दौरा किया और कंपनी के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। डिप्टी कमिश्नर शर्मा ने साइट पर काम कर रहे अधिकारियों के अलावा कंपनी मुख्यालय तक बात की और हर हाल में निर्माण के बाकी बचे काम को 31 मार्च से पहले खत्म करने की हिदायतें जारी कीं। उन्होंने साइट पर बाकी बचे काम बारे जानकारी ली और चल रहे कार्य की भी समीक्षा की।

 प्रीमिक्स बिछाने वाली मशीन हुई ठीक, अब प्रीमिक्स पहुंचने का इंतजार

दूसरी तरफ 11 मीटर चौड़ाई में एक ही साथ प्रीमिक्स बिछाने वाली खराब हुई मशीन को शनिवार को ठीक कर लिया गया। इस मशीन के रिमोट कंट्रोल खराब हो जाने के चलते शुक्रवार को काम रोक देना पड़ा था और प्रीमिक्स तैयार करने वाले कंपनी के प्लांट को भी बंद कर देना पड़ा था। शनिवार को मशीन ठीक होने के बाद प्लांट से प्रीमिक्स पहुंचने का शाम तक इंतजार किया जाता रहा। जानकारी के अनुसार कंपनी के प्लांट में 10 एमएम मोटाई वाली प्रीमिक्स उपलब्ध न होने की वजह से ही साइट तक ट्रकों के पहुंचने में देरी हुई। कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि प्रीमिक्स अगर देर शाम तक भी पहुंच गई, तो रात को भी काम करवा कर इस काम को हर हाल में निर्धारित समय से पहले पूरा करवाया जाएगा।

 क्या कहते हैं नियम?

नियमों के मुताबिक नए बनने वाले फ्लाईओवर के ऊपर सड़क बनाने के लिए कुल 190 एमएम मोटाई की प्रीमिक्स की 3 लेयर बिछाई जाती हैं, जिनमें से पहली लेयर 90 एमएम, दूसरी 60 एमएम और तीसरी 40 एमएम की रहती है। सबसे पहले बिछाई जाने वाली लेयर में बजरी मोटी रहती है, जबकि टॉप लेयर में बारीक बजरी का प्रयोग किया जाता है। प्रिमिक्स पहुंचने से पहले शनिवार को मशीन लगाकर पीएपी फ्लाईओवर की स्लैब को भी साफ करवा लिया गया।

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

chat bot
आपका साथी