छावनी में सप्लीमेंटरी वोट बनाने अथवा चैलेंज करने की प्रक्रिया शुरू

कैंट क्षेत्र में आगामी होने वाले चुनाव के लिए सप्लीमेंट्री वोट बनाने अथवा बनी वोटों पर ऑब्जेक्शन लगाने का काम शुरू हो चुका है

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Jul 2020 06:51 PM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 06:10 AM (IST)
छावनी में सप्लीमेंटरी वोट बनाने अथवा चैलेंज करने की प्रक्रिया शुरू
छावनी में सप्लीमेंटरी वोट बनाने अथवा चैलेंज करने की प्रक्रिया शुरू

संवाद सहयोगी, जालंधर छावनी

कैंट क्षेत्र में आगामी होने वाले चुनाव के लिए सप्लीमेंटरी वोट बनाने अथवा बनी वोटों पर ऑब्जेक्शन लगाने का काम शुरू हो चुका है। कैंट बोर्ड द्वारा क्षेत्र में मुनियादी भी करवा दी गई है। यह कार्य 2 जुलाई से 20 जुलाई तक चलेगा। इस कार्य के लिए शनिवार और रविवार को भी बोर्ड कर्मचारी तैनात रहेंगे। कैंट बोर्ड द्वारा तमाम वायदों की वोटर लिस्ट नोटिस बोर्ड पर लगा दी गई है। जिस किसी ने भी अपनी वोट चेक करनी है अथवा किसी राजनीतिज्ञ को किसी वोट पर आब्जेक्शन लगवाना हो तो वह 20 जुलाई तक कार्रवाई डाल सकता है।

बोर्ड की कार्रवाई पर लगाया प्रश्न चिन्ह : वार्ड नंबर 2 के सरगर्म व्यक्ति ओम प्रकाश ओम ने कैंट बोर्ड की कार्रवाई पर प्रश्नचिन्ह लगाते कहा कि कैंट बोर्ड पुराने घिसे-पिटे कानूनों के तहत लकीर का फकीर हुआ है। वोट चैलेंज करने के लिए कैंट बोर्ड उन्हें लिस्ट मुहैया नहीं करवा रहा, जबकि वह लिस्ट की बनती राशि देने को तैयार हैं। इतना समय किसके पास है कि नोटिस बोर्ड पर लगाएगी लिस्ट जिनमें 3500 वोट हैं, को वहां खड़ा होकर नोट करे। कैंट बोर्ड के सुपरिंटेंडेंट राजेश अटवाल ने बताया कि कानून के मुताबिक उन्हें लिस्ट देने का अधिकार नहीं है। 20 जुलाई के बाद जो लिस्ट फाइनल होगी, उसे तय की गई राशि पर दे दी जाएगी,

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आर्मी की वोट से चिता बढ़ी

3 वार्डों में आर्मी की वोट बनने से संभावित उम्मीदवारों में चिता बढ़ती दिखाई दे रही है। संभावित उम्मीदवार यह चाहते हैं कि आर्मी की वोटें सिविल क्षेत्र में न बनें। इस संदर्भ में ओमप्रकाश ने आरटीआइ के माध्यम से कैंट बोर्ड से यह पूछा है कि वह उन आर्मी जवानों के घर का पता दे जिनकी वोट वोटर लिस्ट में बनी हुई है। कानून के मुताबिक डोरी वोट बनाना जुर्म है।

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