इंप्रूवमेंट ट्रस्ट चेयरमैन का मेयर राजा पर लेटर बम, 32 करोड़ रुपये वापस मांगे Jalandhar News

इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने निगम से प्रताप बाग के स्वीमिंग पूल की जमीन के लेन-देन और विकास कार्य के आठ करोड़ रुपये बकाया मांगे हैं।

By Edited By: Publish:Tue, 16 Jul 2019 10:16 PM (IST) Updated:Wed, 17 Jul 2019 12:20 PM (IST)
इंप्रूवमेंट ट्रस्ट चेयरमैन का मेयर राजा पर लेटर बम, 32 करोड़ रुपये वापस मांगे Jalandhar News
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जेएनएन, जालंधर। इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन दलजीत सिंह आहलूवालिया ने मंगलवार को मेयर जगदीश राज राजा पर 32 करोड़ रुपये का लेटर बम फोड़ा है। इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने नगर निगम से पिछले 10 साल से बकाया करीब 32 करोड़ रुपये की मांग की है। यह रुपया प्रताप बाग के स्वीमिंग पूल की जमीन का लेन-देन, आठ करोड़ रुपये डेवलपमेंट वर्क और पांच करोड़ रुपये निगम को चैक के रूप में दिए गए थे। ट्रस्ट चेयरमैन की मांग से कांग्रेस के सीनियर नेताओं में टकराव के आसार पैदा हो गए हैं। नगर निगम के आर्थिक हालात भी खराब हैं।

इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन ने नगर निगम को लेटर लिखकर कहा है कि इंप्रूवमेंट ट्रस्ट इस समय आर्थिक संकट से गुजर रहा है, इसलिए ट्रस्ट का बकाया 32 करोड रुपया जल्द से जल्द रिलीज किया जाए। इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के एक सप्ताह पहले नियुक्त किए गए चेयरमैन दलजीत सिंह आहलूवालिया ने कहा कि नगर निगम की तरफ बकाया 32 करोड़ रुपया जल्द मिलना चाहिए। ट्रस्ट को पैसों की सख्त जरूरत है। वहीं नगर निगम के लिए यह पैसा देना संभव नहीं है क्योंकि निगम की आर्थिक हालत भी खराब है। चेयरमैन आहलुवालिया ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार के समय इंप्रूवमेंट ट्रस्ट को काफी लाभ हुआ था और तब इसी प्रॉफिट में से नगर निगम को पांच करोड़ का ट्रांसफर भी किया गया था। पिछले 10 साल में अकाली-भाजपा सरकार की नीतियों के चलते ट्रस्ट को आर्थिक नुकसान हुआ है और इस समय ट्रस्ट कर्ज में डूबा है।

आहलूवालिया ने कहा कि वह इस संबंध में जल्द ही लोकल बॉडी मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा को भी मिलेंगे और मांग करेंगे कि सरकार जीएसटी के हिस्से, एडीशनल एक्साइज ड्यूटी और बिजली पर चुंगी की जो राशि नगर निगम को ट्रांसफर करती है उसमें से हर महीने एक तय राशि ट्रस्ट के खाते में तब तक दी जाए जब तक 32 करोड़ रुपया पूरा नहीं हो जाता।

एक हफ्ते पहले हाथ में हाथ पकड़ कर कहा था नुंह-मांस का रिश्ता
जिस दिन दलजीत सिंह आहलुवालिया ने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन का पद संभाला था तब मेयर जगदीश राजा भी स्वागत के लिए पहुंचे थे। मीडिया ने जब 32 करोड़ का मामला उठाया था तो दोनों ने एक दूसरे का हाथ पकड़ कर कहा था कि दोनों में नुंह-मांस का रिश्ता है और यह कोई मुद्दा नहीं है। लेकिन अब एक हफ्ते बाद ही चेयरमैन आहलुवालिया ने 32 करोड़ वापस करने की मांग रख दी है।

कांग्रेस में गुटबाजी बढ़ने का खतरा
दो बड़े विभागों के प्रमुखों में सरकारी लेन-देन का मामला राजनीतिक गुटबाजी बढ़ा सकता है। इसमें निजी लेन-देन नहीं है लेकिन आपसी खींचतान में कांग्रेस की फजीहत हो सकती है। दलजीत सिंह आहलुवालिया मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह खेमे से हैं। उनका विधायक राजिंदर बेरी से 36 का आंकड़ा है। मेयर जगदीश राजा का विधायक रा¨जदर बेरी से दोस्ताना है। राजिंदर बेरी को कांग्रेस प्रधान पद से हटवा कर आहलुवालिया प्रधान बने थे। बाद में बेरी ने बलदेव सिंह देव को प्रधान बनवा दिया। अब आहलुवालिया चेयरमैन बन कर आ गए हैं। यह इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि ट्रस्ट का ज्यादा काम राजिंदर बेरी के सेंट्रल हलके में हैं। आहलुवालिया के चेयरमैन बनने के बाद से अभी तक दोनों में मुलाकात नहीं हुई है। कांग्रेस नेताओं के विभागीय लेन-देन और निजी रिश्तों का असर आने वाले दिनों में देखने का मिल सकता है।

जब लेटर मिलेगी तब जवाब दूंगा : मेयर
मेयर जगदीश राजा ने कहा कि उन्हें अभी तक इंप्रूवमेंट ट्रस्ट का लेटर नहीं मिला है। लेटर स्टडी करने के बाद ही बात कर पाउंगा। ट्रस्ट को किस बात का 32 करोड़ देना है और किस रूप में लिया गया था, इसकी रिपोर्ट लूंगा।
 

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