किसानों को मिलेगा अयुष्मान सेहत बीमा योजना का लाभ

मार्केट कमेटी भोगपुर के सेक्रेटरी गरीश सहगल ने कहा कि पंजाब सरकार व पंजाब मंडी बोर्ड की ओर से पंजाब के किसानों के मुफ्त इलाज के लिए आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना फिर से शुरू की गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Jul 2020 02:00 AM (IST) Updated:Sun, 19 Jul 2020 06:09 AM (IST)
किसानों को मिलेगा अयुष्मान सेहत बीमा योजना का लाभ
किसानों को मिलेगा अयुष्मान सेहत बीमा योजना का लाभ

संवाद सूत्र, भोगपुर : मार्केट कमेटी भोगपुर के सेक्रेटरी गरीश सहगल ने कहा कि पंजाब सरकार व पंजाब मंडी बोर्ड की ओर से पंजाब के किसानों के मुफ्त इलाज के लिए आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना फिर से शुरू की गई है। इसके लिए किसान 24 जुलाई से बीमा योजना का लाभ लेने के लिए अपने आढ़तियों या दफ्तर मार्केट कमेटी भोगपुर से सपर्क कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि योजना का लाभ वे किसान ले पाएंगे, जिनके पास एक जनवरी 2020 के बाद बेची गई जिंसों का जे फार्म या नवंबर 2019 से 31 मार्च 2020 तक चीनी मिल को बेचे गए गन्ने की पर्ची होगी। खेतीबाड़ी विभाग के संयुक्त डायरेक्टर ने देखा सीचेवाल मॉडल

संवाद सूत्र, शाहकोट : पंजाब के किसानों की आमदनी बढ़ाने और खेती सहायक धंधों के बारे में किसानों को उत्साहित करने के लिए खेतीबाड़ी विभाग के संयुक्त डायरेक्टर विस्तार और शिक्षा डॉक्टर गुरविदर सिंह खालसा ने वातावरण प्रेमी पद्मश्री संत बलबीर सिंह सीचेवाल से बैठक की। डॉक्टर गुरविदर सिंह खालसा से हुई इस बैठक के दौरान संत सीचेवाल ने बताया कि पंजाब में साझी खेती को उत्साहित किया जाए। कम ब्याज वाले कर्जे सीधे किसानों के खातों में पहुंचने चाहिए। उन्होंने बताया कि सरकारों की ओर से दी जाने वाली सब्सिडीओं का लाभ आम किसानों तक नहीं पहुंच रहा।

संत सीचेवाल ने कहा कि साझी खेती के साथ किसानों पर पढ़ने वाला आर्थिक बोझ भी कम होगा तथा आपसी भाईचारा साझ बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि किसानों की आमदनी बढ़ाने के किसान हित के उपायों को और मजबूत करने के लिए वह सरकार को हर तरह का सहयोग देने के लिए तैयार हैं।

खेतीबाड़ी विभाग के संयुक्त डायरेक्टर डॉ. गुरविदर सिंह ने संत सीचेवाल को सरकार की ओर से चलाई जा रही स्कीमों आत्मा, फार्मर पर्यूषण ऑर्गेनाइजेशन और सेल्फ हेल्प ग्रुप आदि से परिचित करवाया। खेतीबाड़ी अधिकारी ने गांव सीचेवाल में वह छप्पड़ भी देखा जिसका शोध हुआ पानी खेतों को लग रहा था। इसी तरह के मॉडल के साथ पंजाब के 150 के करीब गांवों में छप्पर का पानी खेती के लायक बनाया गया है। उनके साथ खेतीबाड़ी अफसर कपूरथला डॉ. गुरदीप सिंह, ब्लॉक टेक्नोलॉजी मैनेजर सुल्तानपुर लोधी यादविदर सिंह, गुरविदर सिंह बोपाराय, धर्मेंद्र कुमार, जसपाल सिंह, सुच्चा सिंह मिर्जापुर उपस्थित थे।

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