पंजाब में किसानों ने अनिश्चतकालीन के लिए रोके रेल ट्रैक, 40 ट्रेनें रद, जानें क्या हैं इनकी मांगें

पंजाब में किसान अपनी विभिन्न मांगों को लेकर रेलवे ट्रेकों पर बैठ गए हैं। राज्य के चार मुख्य रेल ट्रैक पर अनिश्चितकालीन धरना चल रहा है। किसानों के आंदोलन के कारण 40 ट्रेनों को रद कर दिया गया है।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Tue, 21 Dec 2021 10:00 AM (IST) Updated:Tue, 21 Dec 2021 01:37 PM (IST)
पंजाब में किसानों ने अनिश्चतकालीन के लिए रोके रेल ट्रैक, 40 ट्रेनें रद, जानें क्या हैं इनकी मांगें
अमृतसर में रेलवे ट्रेक पर धरने पर बैठे किसान। जागरण

जाटी, अमृतसर/जालंधर। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब की ओर से कर्जमाफी सहित कई मांगों पर वादा खिलाफी के विरुद्ध किए गए रेल रोको आह्वान पर किसानों ने रेल ट्रैक अनिश्चितकालीन के लिए जाम कर दिया है। किसान अमृतसर में दिल्ली-अमृतसर रेल मार्ग और टांडा में जालंधर-जम्मू रेल मार्ग पर धरने पर बैठे हैैं। इसके चलते फिरोजपुर रेलवे डिवीजन की तरफ से अमृतसर और जम्मू से चलने वाली 40 ट्रेनों को रद कर दिया है। इसमें जहां 12 ट्रेनें सोमवार को रद की गईं ,वहीं 28 ट्रेनें अनिश्चितकाल के लिए रद की गईं।

फिरोजपुर मंडल की डीआरएम सीमा शर्मा ने बताया कि सोमवार को प्रदेश भर के चार मुख्य रेल ट्रैक अमृतसर-ब्यास रेलखंड पर जंडियाला-मानावाला के बीच, जालंधर-पठानकोट रेलखंड पर टांडा उड़मुड़-खुड्डा कुराला के बीच, फिरोजपुर में बस्ती टैंकावाली आरयूबी के ऊपर तथा तरनतारन में अमृतसर -खेमकरण रेलखंड पर किसान धरने पर बैठे हैैं। इससे ट्रेनें का आवागमन बुरी तरह प्रभावित हो गया है।

अमृतसर से चलने वाली नई दिल्ली शताब्दी सहित आठ ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशनों से रवाना किया गया। ट्रेनें रद होने के कारण यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। अमृतसर में गुस्साएं यात्रियों ने रेलवे के खिलाफ विरोध भी जताया। शताब्दी एक्सप्रेस में नई दिल्ली जाने वाले यात्रियों ने तो रेलवे के खिलाफ नारेबाजी भी की। इस ट्रेन को ब्यास रेलवे स्टेशन से छह बजे रवाना किया गया। यात्रियों का आरोप था कि अगर ट्रेने रद की गई थी तो उन्हें किसी तरह की कोई जानकारी ही नहीं दी गई।

किसानों की ये हैं मांगें

किसानों व मजदूरों का सारा कर्ज माफ किया जाए। डा स्वामीनाथ की रिपोर्ट के अनुसार किसानों के उत्पादों के रेट तय किए जाएं। किसानों पर दर्ज सभी मामले रद किए जाएं। किसानी आंदोलन दौरान मृत्यु को प्राप्त हुए किसानों के परिवारों को मुआवजा दिया जाए और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। गन्ना के नए रेट 350 रुपये के अनुसार किसानों को पिछली पेमेंट की जाए। अबादकार किसानों को भूमि के पक्के मालिकी अधिकार दिए जाएं। निजी कंपनियों के साथ किए बिजली समझौते रद किए जाएं।

ये ट्रेनें अनिश्चितकाल के रहेंगी रद

अमृतसर से जयनगर (14650), अमृतसर से हावड़ा ( 13006), अमृतसर से मुंबई सेंट्रल (12904), अमृतसर से दरभंगा (15512), जम्मू तवी से वाराणसी (12238), जम्मू तवी से अजमेर (12414 ), जम्मू तवी से दिल्ली सराय रोहिला (12266), जम्मू तवी से कोलकाता (13152 ),जम्मूतवी से अहमदाबाद (19226 ),जम्मू तवी से नई दिल्ली (12426), जम्मूतवी से जैसलमेर (14646) जम्मूतवी से हावड़ा (12332 ) जम्मू तवी से पुणे (11078 ), श्री वैष्णो देवी कटड़ा से पुरानी दिल्ली (14034), श्री वैष्णो देवी कटड़ा से नई दिल्ली (12440), श्री वैष्णो देवी कटड़ा से नई दिल्ली(12446),श्री वैष्णो देवी कटड़ा से कन्याकुमारी (16318 ),श्री वैष्णो देवी कटड़ा से नई दिल्ली (22462 ) सहित 28 ट्रेनें अनिश्चितकाल के लिए रद कर दी गईं हैैं।

chat bot
आपका साथी