कैप्टन की 'गुड बुक' वाले अफसर पर सरकार की नजरें टेढ़ी, जानें क्या है बात Jalandhar News

सरकार ने एक अहम कुर्सी पर इस अफसर को बिठाया था। अब उसके विरोधी दलों से मिलने पर सबके कान खड़े हो गए हैं।

By Edited By: Publish:Sat, 12 Oct 2019 08:50 PM (IST) Updated:Sun, 13 Oct 2019 05:29 PM (IST)
कैप्टन की 'गुड बुक' वाले अफसर पर सरकार की नजरें टेढ़ी, जानें क्या है बात Jalandhar News
कैप्टन की 'गुड बुक' वाले अफसर पर सरकार की नजरें टेढ़ी, जानें क्या है बात Jalandhar News

जालंधर [मनीष शर्मा]। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की 'गुड बुक' में शामिल एक बड़े अफसर पर सरकार की नजरें टेढ़ी हो गई हैं। एक प्राइवेट स्कूल में विरोधी दल से जुड़ी संस्था को मिलने की भनक लगी तो सरकार इसकी मंशा जानने में लग गई है। खासकर, मौके के लिहाज से भी सरकार खफा है क्योंकि पंजाब में चार विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव हो रहे हैं। ऐसे में कुछ बड़ी पार्टियों ने प्रचार की रणनीति तैयार करने के लिए जालंधर को बेस बनाया है। यहीं पर राज्य से लेकर केंद्र तक से आई लीडरशिप होटलों में जीत की जुगाड़ लगाने के लिए योजनाबंदी कर रही है। ऐसे में सरकार के एक अहम कुर्सी पर बिठाए अफसर के विरोधी दल से जुड़ी संस्था के पदाधिकारियों से मिलना ही सरकार को खटक रहा है।

अफसरशाही में चर्चा इस बात की भी है कि सरकार ने अपने स्तर पर इस मुलाकात की वजह व परिणाम पता लगाने के लिए जांच के घोड़े दौड़ाने शुरू कर दिए हैं। मामला जिले के बड़े अफसर से जुड़े होने की वजह से निचले स्तर पर इसकी चर्चा अवश्य है लेकिन खुलकर कोई कुछ नहीं कहता। मामला किसी तरह गुप्त रखकर इसके बारे में पता किया जा रहा है। इस बारे सरकार की खुफिया एजेंसियों से भी पूछा गया है कि यह सिर्फ सामान्य मुलाकात थी या फिर इसका कोई राजनीतिक महत्व था। या फिर ये संस्था को मजबूत करने की कोई गतिविधि थी।

सुबह-सुबह हुई थी मुलाकात

शहर में स्थित एक स्कूल में यह मुलाकात कुछ दिन पहले सुबह के वक्त हुई। तकरीबन नौ बजे के आसपास अफसर अपनी सरकारी गाड़ी से ही वहां पहुंचे। गाड़ी सीधे स्कूल के अंदर ही गई और फिर मीटिंग के बाद ही वहां से सीधी रवानगी हुई। हालांकि संस्था के पदाधिकारियों की सुरक्षा के लिए वहां पहले से पुलिस कर्मचारी भी तैनात किए गए थे। उन्हें भी इस बात की जानकारी नहीं थी कि एक बड़े अफसर यहां आ रहे हैं। अचानक गाड़ी पहुंची तो वो तुरंत हरकत में आए और फिर सैल्यूट कर अफसर के आगे स्कूल के अंदर तक जाने का रास्ता क्लियर करवाया। 

संस्था को दिया जाता है वीआइपी ट्रीटमेंट

पंजाब में भले ही कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुवाई वाली कांग्रेस की सरकार हो लेकिन इस संस्था के आगमन को हमेशा वीआइपी ट्रीटमेंट दिया जाता है। अक्सर संस्था के पदाधिकारी इस स्कूल में आते रहते हैं और वहां पर पुलिस की कड़ी सुरक्षा रहती है। इस स्कूल के बाहर की संकरी सड़क को जगह-जगह बेरीकेड लगाकर अवरुद्ध कर दिया जाता है। दिन-रात इसके बाहर पुलिस वाले सीसीटीवी वैन के साथ तैनात रहते हैं।

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