डिप्टी सीएम रंधावा का डीजीपी को निर्देश, शहीद पुलिस मुलाजिमों के परिवारों के काम प्राथमिकता के आधार पर किए जाएं

पुलिस शहीदी दिवस के मौके पर वीरवार को पीएपी में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान डिप्टी सीएम रंधाव ने पंजाब पुलिस की बहादुरी को सराहा। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस ने 1965 और 1971 की जंग में बड़ा योगदान दिया है।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 02:37 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 02:37 PM (IST)
डिप्टी सीएम रंधावा का डीजीपी को निर्देश, शहीद पुलिस मुलाजिमों के परिवारों के काम प्राथमिकता के आधार पर किए जाएं
जालंधर में पुलिस शहीदी दिवस पर संबोधित करते हुए डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा।

जागरण संवाददाता, जालंधर। पुलिस शहीदी दिवस के मौके पर वीरवार को पीएपी में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा ने डीजीपी इकबालप्रीत सिंह सहोता को निर्देश दिए कि शहीद परिवारों के रुके हुए प्राथमिकता के आधार पर किए जाएं। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि शहीद परिवारों को अपने कामों के लिए दफ्तरों के चक्कर न काटने पड़े। इसके साथ ही डिप्टी सीएम ने शहीद परिवारों के लिए जिलों में एक अफसर नियुक्त करने की बात भी कही जो उनकी समस्याओं को सुनकर उनका समाधान कर सके।

डिप्टी सीएम ने पंजाब पुलिस की बहादुरी को सराहा

कार्यक्रम के दौरान डिप्टी सीएम रंधावा ने कहा कि पंजाब पुलिस ने 1965 और 1971 की जंग में बड़ा योगदान दिया है। इसके साथ ही आतंकवाद के दौर में पंजाब पुलिस के कामों को भुलाया नहीं जा सकता। बीएसएफ सीमा को 50 किलोमीटर तक बढ़ाने के आदेशों पर नाराजगी जताते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि बीते दिनों वह खुद भी बॉर्डर के इलाके में गए थे जहां उन्होंने देखा था कि पंजाब पुलिस के जवान बीएसएफ के जवानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं। ऐसा कैसे संभव है कि पंजाब पुलिस के जवान सीमा से लगे 50 किलोमीटर तक के इलाके की सुरक्षा नहीं कर सकते हैं।

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