प्रो. कंवर राजीव एपीजे अब्दुल कलाम नेशनल अवार्ड से सम्मानित

डीएवी कॉलेज के फिजिक्स के प्रो. कंवर राजीव को वर्ष 2018 के 'एपीजे अब्दुल कलाम नेशनल अवार्ड' से सम्मानित किया गया है। प्रो. राजीव को यह सम्मान उत्कृष्ट स्मरण-शक्ति के लिए मिला है। दिल्ली में 'स्कोर मोर फाउंडेशन' द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में प्रो. राजीव को ये अवार्ड दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 16 Oct 2018 09:02 AM (IST) Updated:Tue, 16 Oct 2018 09:02 AM (IST)
प्रो. कंवर राजीव एपीजे अब्दुल कलाम नेशनल अवार्ड से सम्मानित
प्रो. कंवर राजीव एपीजे अब्दुल कलाम नेशनल अवार्ड से सम्मानित

जागरण संवाददाता, जालंधर : डीएवी कॉलेज के फिजिक्स के प्रो. कंवर राजीव को वर्ष 2018 के 'एपीजे अब्दुल कलाम नेशनल अवार्ड' से सम्मानित किया गया है। प्रो. राजीव को यह सम्मान उत्कृष्ट स्मरण-शक्ति के लिए मिला है। दिल्ली में 'स्कोर मोर फाउंडेशन' द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में प्रो. राजीव को ये अवार्ड दिया गया।

समारोह पूरे देश में अलग-अलग श्रेणियों के अंतर्गत रिकॉर्डधारकों के सम्मान में आयोजित किया गया था। प्रो. राजीव को समारोह में 'बीज व्याख्याता' की भूमिका में रखा गया। प्रो. राजीव ने भारत के 50 से अधिक विख्यात संस्थानों में प्रस्तुतियां दी हैं। प्रो. राजीव का 'इंडिया बुक ऑफ रिकॉ‌र्ड्स', 'लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड', 'व‌र्ल्ड रिकॉर्ड इंडिया' और 'गोल्डन बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकार्ड जैसी किताबों में नाम दर्ज है। इसके अलावा उन्हें अहमदाबाद में 'जीनियस इंडियन अचीवर्स अवार्ड 2018' से भी सम्मानित किया गया। प्रो. राजीव मिस्त्र और ग्रीक लोगों द्वारा अपने धर्मग्रंथों को कंठस्थ करने की तकनीकों का भारतीयकरण करने में प्रसिद्ध है। कोशिश करने से तेज हो सकती है स्मरण शक्ति

उन्होंने कहा कि मनुष्य कम•ाोर या औसत याददाशत के पैदा नहीं होता। अंतर सिर्फ इतना होता है कि कुछ मनुष्य लगातार अभ्यास से अपनी स्मरण शक्ति को तेज बनाते है जबकि दूसरे लोग कोशिश नहीं करते। 9 से लेकर 90 साल का मानसिक रूप से संतुलित कोई भी व्यक्ति चाहे तो खुद में जादुई स्मरण-शक्ति पैदा कर सकता है। जो कोई भी सही में चाहता है कि उसकी स्मरण शक्ति बढ़े तो अभ्यास, धैर्य और समर्पण से विश्व रिकॉर्डधारक बन सकता है। उन्होंने सलाह दी कि मेमोरी तेज करने के लिए खुद पर विश्वास करते हुए वर्तमान में जीएं।

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