शहर से बाहर शिफ्ट होंगी डेयरियां, मेयर ने मांगी रिपोर्ट

मेयर जगदीश राज राजा ने नगर निगम कमिश्नर को लेटर लिखकर शहर में बिना मंजूरी चल रही डेयरियों की रिपोर्ट मांगी है। मेयर ने अधिकारियों से कहा है कि 10 दिन में पूरे शहर की लिस्ट तैयार की जाएगी कि कहां-कहां अभी भी डेयरियां चल रही हैं। लेटर में लिखा है कि शहर में इस समय सीवरेज काफी खराब है। शहर के कई इलाकों में अभी भी लोग पशु पाल रहे हैं। गाय और भैंस के गोबर को सीवरेज में ही फेंका जा रहा है जिससे सीवरेज जाम की शिकायतें लगातार आ रही हैं। पिछले कुछ दिनों में डेयरियों के खिलाफ आई शिकायतों के बाद ही मेयर ने यह फैसला लिया है कि शहर में जहां-जहां भी

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 Aug 2020 07:02 AM (IST) Updated:Sat, 15 Aug 2020 07:02 AM (IST)
शहर से बाहर शिफ्ट होंगी डेयरियां, मेयर ने मांगी रिपोर्ट
शहर से बाहर शिफ्ट होंगी डेयरियां, मेयर ने मांगी रिपोर्ट

जागरण संवाददाता जालंधर

मेयर जगदीश राज राजा ने नगर निगम कमिश्नर को लेटर लिखकर शहर में बिना मंजूरी चल रही डेयरियों की रिपोर्ट मांगी है। मेयर ने अधिकारियों से कहा है कि 10 दिन में पूरे शहर की लिस्ट तैयार की जाएगी कि कहां-कहां अभी भी डेयरियां चल रही हैं। लेटर में लिखा है कि शहर में इस समय सीवरेज काफी खराब है। शहर के कई इलाकों में अभी भी लोग पशु पाल रहे हैं। गाय और भैंस के गोबर को सीवरेज में ही फेंका जा रहा है, जिससे सीवरेज जाम की शिकायतें लगातार आ रही हैं। पिछले कुछ दिनों में डेयरियों के खिलाफ आई शिकायतों के बाद ही मेयर ने यह फैसला लिया है कि शहर में जहां-जहां भी डेयरियां हैं, उन्हें शहर से बाहर शिफ्ट किया जाएगा।

गौर हो कि सुरेश सहगल जब मेयर थे, तब शहर से डेयरियों को बाहर निकालने का अभियान चलाया गया था और सभी को जमशेर डेयरी कांप्लेक्स में प्लाट दिए गए थे। अधिकारियों को देना होगा सर्टिफिकेट

मेयर जगदीश राज राजा ने शहर में चल रही डेयरियों पर जो रिपोर्ट मांगी है, उसमें यह सख्त ऑर्डर भी किया है कि जो भी अफसर रिपोर्ट तैयार करेगा, उसे यह सर्टिफिकेट भी साथ में देना होगा कि लिस्ट में जो डेयरियां हैं, उसके अलावा शहर में कोई अन्य डेयरी नहीं चल रही है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि डेयरियां निकालने के लिए मुहिम शुरू करने से पहले कोई भी सिफारशी डेयरी पर एक्शन होने से न रह जाए।

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रेलवे ने मिट्टी की जांच से शुरू किया लद्देवाली आरओबी बनने का काम

जागरण संवाददाता, जालंधर

लंबे इंतजार के बाद आखिरकार रेलवे ने जालंधर छावनी-जम्मू रेलखंड पर 35 करोड़ की लागत से बनने वाले लद्देवाली रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) पर मिट्टी की जांच के साथ काम शुरू कर दिया है। फाटक के दोनों तरफ खुदाई कर मिट्टी को निकाला जाएगा और सैंपल टेस्टिग के लिए लेबोरेटरी में भेजा जाएगा। सैंपल पास होने के बाद रेलवे की तरफ से पिलर बनाने की ड्राइंग तैयार की जाएगी। शुक्रवार को मिट्टी की जांच के काम को विधायक राजिंदर बेरी की तरफ से नारियल फोड़कर शुरू करवाया गया।

रेलवे ओवरब्रिज बन जाने से क्षेत्र की 24 रिहायशी कॉलोनियों को राहत मिलेगी। रेलवे क्रॉसिग की अगली तरफ होशियारपुर रोड जाकर मिलता है और गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी का रीजनल सेंटर भी मौजूद है। रेलवे क्रॉसिग पर लगा फाटक 24 घंटे में लगभग 80 बार शेड्यूल्ड गाड़ियों के लिए बंद किया जाता था। इसके अलावा पेट्रोल डीजल आने वाली विशेष रेलगाड़ियां भी यहां से गुजरती हैं। विधायक राजिदर बेरी ने बताया कि लद्देवाली फाटक पर आरओबी का काम शुरू होने के बाद दकोहा अंडरपास का काम भी शुरू करवाने का प्रयास शुरू किया जाएगा। इस मौके पर रेलवे इंजीनियर जीपी सिंह, रतन सिंह और रेलवे अधिकारी जोगिदरपाल सिंह मौजूद रहे।

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